भीलवाड़ा. जिले में मानसून की विदाई के बाद रबी की फसल की बुवाई की शुरुआत हो चुकी है. जिले में सभी किसानों ने खरीफ की फसल को समेट लिया है और रबी की फसल की तैयारी में जुट गए हैं. फिलहाल चने और सरसों की बुआई हो रही है. बताया जा रहा है कि इस बार भीलवाड़ा जिले में इस बार गेहूं, जो, सरसों, तारामीरा और चने की फसल की बुवाई होगी.
भीलवाड़ा में किसान कम पानी में उपज होने वाली रबी की फसल बोएं: कृषि उपनिदेशक
भीलवाड़ा में रबी की फसल की बुवाई की शुरुआत हो चुकी है. फिलहाल चने और सरसों की बुआई हो रही है. वहीं, भीलवाड़ा कृषि उपनिदेशक ने ईटीवी भारत के माध्यम से सभी किसानों से अपील करते हुए कहा कि इस बार कम सिंचाई की फसल बोएं, जिससे किसानों को अच्छी उपज मिल सके.
वहीं, भीलवाड़ा में कृषि उपनिदेशक रामपाल खटीक ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि जिले में रबी फसल की बुआई की शुरुआत हो चुकी है. पिछले साल की तुलना में इस बार रबी की फसल की बुवाई कम होगी. वर्तमान में 2400 हेक्टेयर भूमि में चना और 900 हेक्टेयर भूमि में सरसों की बुवाई हो चुकी है. भीलवाड़ा जिले में इस बार 2 लाख 47 हजार हेक्टेयर भूमि में रबी की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. इसमें 1 लाख 20 हजार हेक्टेयर भूमि में गेहूं, 25 हजार हेक्टेयर भूमि में जौ, 45 हेक्टेयर भूमि में तारामीरा फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है.
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कृषि उपनिदेशक रामपाल खटीक ने कहा कि फसल बुआई के लिए तमाम तैयारियां पूरी की गई है और तमाम कृषि पर्यवेक्षकों को फील्ड में मौजूद रहते हुए किसानों को सही फसल बोने के लिए सलाह देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि ईटीवी भारत के माध्यम से भीलवाड़ा जिले के किसानों को अपील करना चाहता हूं कि इस बार कम सिंचाई वाली फसलों की बुवाई करें. साथ ही गेहूं की फसल की जगह पर चने की फसल की बुवाई करें, जिससे कम सिंचाई में अच्छी उपज मिल सके.