भीलवाड़ा. वर्तमान गहलोत सरकार का 1 वर्ष पूरा हो गया है. भीलवाड़ा जिले के 7 विधायकों के रिपोर्ट कार्ड अगर देखें तो जिले के सात में से छह विधायक कंजूस निकले. 1 साल के दौरान आधा पैसा भी खर्च नहीं किया. जबकि आसींद से भाजपा के विधायक जबर सिंह सांखला नंबर वन निकले. उन्होंने जिले में अपने मद से सबसे ज्यादा पैसा खर्च किया. ईटीवी भारत पर आसींद से भाजपा विधायक ने कहा, कि मैं नेता नहीं कार्यकर्ता हूं, इसलिए जनता के दुख दर्द को समझते हुए जल्द ही मद के पैसे धरातल पर खर्च कर दिए, जिससे ग्रामीण विकास हो सके.
विधायक नहीं खर्च कर पाए सरकार से मिला पैसा
जिले में विधायकों को एक वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया. लेकिन सरकार की ओर से जारी किया गया पैसा खर्च करने में विधायक कंजूसी दिखा रहे हैं. जिले में सात में से छह विधायक, 1 साल में विधायक निधि से मिला पैसा पूरा खर्च नहीं कर पाए. जबकि आसींद विधायक जबर सिंह सांखला ही अकेले ऐसे विधायक हैं. जिन्होंने 1 साल में मिला पूरा पैसा खर्च कर दिया. सांखला ने 2. 25 करोड़ रुपए के मुकाबले 2 करोड़ 24 लाख 30000 रुपये विकास कार्य में खर्च किए.
वहीं, जिले के 7 विधायकों में नंबर वन पोजीशन पर आसीन्द से भाजपा विधायक हैं. जबकि भीलवाड़ा शहर विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी सबसे कम पैसा खर्च कर सबसे पीछे सातवें नंबर पर हैं. जिले में 7 विधायकों ने 7.44 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी की. जबकि इनके खाते में 15.75 करोड़ रुपये आए थे.
कांग्रेसी विधायक पांचवें नंबर और छठे नंबर पर
7 विधायकों की ओर से 235 काम के लिए मात्र 7.44 करोड़ 63 हजार की वित्तीय स्वीकृति मिली. विधायक निधि का पैसा खर्च नहीं करने से गांव में विकास कार्य रूकता है. वहीं सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के कांग्रेसी विधायक पांचवें नंबर और छठे नम्बर पर रहे. जिले में सत्ताधारी कांग्रेस के दो और भाजपा के 5 विधायक हैं. सत्ताधारी पार्टी के मांडल से विधायक रामलाल जाट विधायक निधि से वित्तीय स्वीकृति जारी करवाने में पांचवें स्थान पर जबकि सहाड़ा विधायक कैलाश त्रिवेदी सात में से 6 नंबर पर हैं.
वित्तीय स्वीकृति -
विधायक का नाम, कराए गए काम, वित्तीय स्वीकृति(लाख)
जबर सिंह सांखला, 49, 224.3