भरतपुर.किसी ने दुर्घटना में अपने शरीर का कोई अंग खो दिया तो किसी ने बीमारी से. लेकिन ऐसे दिव्यांगों को असहाय और मजबूर होने से बचाया के लिए भरतपुर की एक संस्थान आगे आई. भरतपुर शहर में करीब 38 साल से संचालित श्री भगवान महावीर सहायता समिति ने अब तक लाखों दिव्यांगों को निशुल्क और निस्वार्थ भाव से सहायता उपलब्ध कराई है. वर्ष 1981 में स्थापित हुई इस संस्था में अब तक एक लाख 75 हजार से अधिक दिव्यांगों को कृत्रिम अंग उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त बनाया है.
उपलब्ध कराते हैं छह प्रकार के कृत्रिम अंग
समिति के सचिव डॉ. यू एस जुरैल ने बताया कि वर्ष 1981 में स्थापित की गई इस संस्था के माध्यम से अब तक एक लाख 75 हजार लोगों को कृत्रिम अंग समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा चुकी हैं. उन्होंने बताया कि संस्था की ओर से आर्टिफिशियल लिंब, क्लिपर, ट्राई साइकिल, व्हील चेयर और वैसाखी समेत कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं. यह सभी सुविधाएं पूरी तरह से निशुल्क होती है. ऐसे दिव्यांगों के लिए कृष्णा नगर स्थित समिति में ही कृत्रिम अंग तैयार किए जाते हैं और ट्रायल के बाद उन्हें प्रदान कर दिए जाते हैं.
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