भरतपुर. कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए प्रकोप के बीच भरतपुर जिले का बयाना कस्बा नया मॉडल बनकर उभरा है. प्रशासन और चिकित्सा महकमे के अथक प्रयास से कस्बे में अब तक 99 कोरोना संक्रमित मरीजों में से 96 रोगी पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं. इतना ही नहीं बयाना कस्बे में एक भी कोरोना संक्रमित रोगी की मृत्यु भी नहीं हुई है. जिला प्रशासन, पुलिस और चिकित्सा महकमे ने बयाना में कोरोना संक्रमण पर अथक प्रयास करते हुए लगाम लगाई.
350 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया
जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि बयाना में सबसे पहले 7 अप्रैल को कोरोना के तीन पॉजिटिव मरीज मिले. ऐसे में पुलिस और चिकित्सा विभाग की मदद से तीनों पॉजिटिव मरीजों को उपचार के लिए जयपुर के SMS अस्पताल भेजा गया. पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया. उसके बाद जैसे-जैसे पॉजिटिव मरीज सामने आते गए, उन्हें तुरंत उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया. वहीं, उनके संपर्क में आए सभी 350 लोगों को 5-6 अलग-अलग क्वॉरेंटाइन सेंटर में क्वॉरेंटाइन किया गया.
ये भी पढ़ें-EXCLUSIVE: कोरोना पॉजिटिव पुलिसकर्मी बोले, "जल्दी ठीक होकर ड्यूटी पर लौटना चाहते हैं"
लगाया महाकर्फ्यू, किया सैनिटाइजेशन
बयाना के मरीजों में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं मिलने पर प्रशासन ने रणनीति तैयार की और तुरंत कार्रवाई करते हुए बयाना के कसाई पाड़ा मोहल्ला को ही क्वॉरेंटाइन कर दिया. मोहल्ला के 4,982 लोगों को सतर्कता बरतते हुए होम क्वॉरेंटाइन किया गया.
एसपी हैदर अली जैदी ने बताया कि संक्रमित क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर बयाना नगर पालिका क्षेत्र में महाकर्फ्यू लगा दिया गया. कस्बे में अलग-अलग पॉइंट बनाकर पूरी निगरानी रखी गई. साथ ही जिला कलेक्टर के निर्देशन में कस्बे का कई बार दौरा किया गया. नगर पालिका के सफाई कर्मियों की ओर से पूरे क्षेत्र में लगातार सैनिटाइजेशन करवाया गया.