भरतपुर. दीया कुमारी ने Tweet कर लिखा है कि प्रदेश में विधायकों, केंद्रीय मंत्री और अन्य की राजनीतिक स्वार्थों के कारण फोन टैपिंग प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपी जाए. यह संविधान प्रदत्त अधिकारों का हनन और लोकतंत्र की हत्या है. पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने इसे रीट्वीट किया है.
इतना ही नहीं, विश्वेंद्र सिंह ने कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी और ब्रजेंद्र सिंह ओला के बयानों का भी ट्विटर पर समर्थन किया है. हेमाराम चौधरी ने आवाज दबाने और ब्रजेंद्र सिंह ओला ने बजट में बजट में झुंझुनू के लिए कोई घोषणा नहीं करने के आरोप लगाए थे. इस पर पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'रोचक विचार! निर्वाचन क्षेत्र सबसे पहले है, निर्वाचक को कभी दिक्कत नहीं होनी चाहिए'.