भरतपुर.ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना (ERCP) को लेकर बुधवार को राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने गजेंद्र सिंह शेखावत (subhash Garg target gajendra singh shekhawat on Ercp) और भाजपा पर निशाना साधते हुए प्रहार किया. उन्होंने कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत ईआरसीपी को इसलिए स्वीकृति नहीं मिलने दे रहे क्योंकि अगर योजना को स्वीकृति मिल जाएगी तो इसका श्रेय वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया को मिल जाएगा. शेखावत इसका श्रेय किसी भी हाल में दोनों नेताओं को नहीं मिलने देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई चल रही है. उन्होंने कहा कि अब ईडी जैसी एजेंसियां पॉलिटिकल इंस्ट्रुमेंट बन गई हैं और उनका खतरा हमेशा मंडराता रहता है.
राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने (Rajasthan state minister subhash Garg on ercp) कहा कि भाजपा ईआरसीपी को लेकर राजनीति कर रही है. ये बड़ा अफसोसजनक है कि एक भी बार जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत इस योजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने के लिए प्रधानमंत्री से नहीं मिले हैं. डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि इस परियोजना से 13 जिलों की करीब 2 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा. नए उद्योग लगाए जा सकेंगे.
मंत्री गर्ग ने कहा कि ये लोग आरोप लगाते हैं कि डीपीआर सही तैयार नहीं की गई है. जबकि हकीकत में जिस व्यक्ति ने इस परियोजना की डीपीआर तैयार की है वह व्यक्ति इन्हीं के मंत्रालय में सलाहकार के पद पर कार्यरत है. उसमें भाजपा गलत प्रचार कर रही है कि मध्यप्रदेश से एनओसी नहीं मिलेगी जबकि नियमों में स्पष्ट लिखा हुआ है कि जिस प्रदेश का कैचमेंट एरिया 90% है उसे एनओसी की जरूरत ही नहीं है. दूसरी तरफ लेटर जारी करवा दिया गया कि इस परियोजना पर राजस्थान सरकार काम न करे जबकि मुख्यमंत्री गहलोत इस परियोजना के लिए 10 हजार करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत कर चुके हैं फिर भी उस पर रोक लगवा रहे हैं.
क्या शेखावत को जल संसाधन मंत्री रहने का हक है ?
गर्ग बोले कि शेखावत ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना को लेकर एक शब्द नहीं बोला, ऐसा हुआ होता तो पद से इस्तीफा दे देंग लेकिन वीडियो क्लिपिंग सामने आने के बावजूद वह इस बारे में कुछ नहीं बोल रहे. गजेंद्र सिंह शेखावत ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है. डॉ. सुभाष गर्ग ने केंद्र सरकार को आगाह करते हुए कहा कि पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की जनता आंदोलन करेगी. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस, सहयोगी दल समेत तमाम किसान यूनियन एकजुट हैं. 24 जुलाई को भरतपुर में विशाल सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि पूरे देश में 16 राष्ट्रीय जल परियोजनाएं संचालित हैंं लेकिन उनमें से एक भी राजस्थान की नहीं है. ऐसे में क्या गजेंद्र सिंह शेखावत को जल संसाधन मंत्री रहने का हक है?