भरतपुर.राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (RGHS) में दवाइयों के नाम पर मेडिकल स्टोर संचालक बड़ा फर्जीवाड़ा कर रहे हैं. दवा विक्रेता डॉक्टर से दवाइयां लिखा सरकारी कर्मचारियों को कुल बिल के 50 प्रतिशत राशि में घरेलू सामान बेच रहे हैं या फिर आधी राशि खुद के जेब में रख रहे हैं. शुक्रवार को आरजीएचएस के (Rajasthan government health scheme Fraud) सतकर्ता दल ने एक दवा विक्रेता पर छापामार कार्रवाई कर मामला उजागर किया है.
आरजीएचएस प्रशासन के संयुक्त परियोजना निदेशक सुरेशचंद मीना ने इसको लेकर मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज कराया है. उन्होंने बताया कि श्रीजी मेडिकल एंड डिपार्टमेंटल स्टोर पर आरजीएचएस में फर्जीवाड़ा होने की सूचना मिली थी. शिकायत के बाद 27 जुलाई को सतर्कता दल ने आरजीएचएस से अनुमोदित मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण किया. 28 जुलाई को दल कन्नी गुर्जर चौराहा स्थित श्रीजी मेडिकल एंड डिपार्टमेंटल का निरीक्षण करने पहुंचा लेकिन यहां इस नाम से कोई मेडिकल स्टोर नहीं था. पूछताछ करने पर पता चला कि मेडिकल खुशबू मेडिकल के नाम से संचालित किया जा रहा है.
ऐसे हुआ खुलासा: इस दुकान पर टीम सदस्य शिक्षा विभाग का कर्मचारी बनकर 27 जुलाई को आरबीएम अस्पताल से कटवाई गई पर्ची (Fraud at Medical store in Bharatpur) से दवाइयां लेने गया. मेडिकल स्टोर संचालक ने टीम सदस्य से पूछा कि किस व्यक्ति की पर्ची बनवानी है. जिसपर टीम सदस्य लक्ष्मण प्रसाद ने पत्नी हेमलता कुमारी के नाम पर्ची बनवाने के लिए कहा गया. मेडिकल कर्मी ने टीम सदस्य को 30 मिनट बाद आने को कहा.