भरतपुर.संभाग के सबसे बड़े अस्पताल राज बहादुर मेमोरियल में नर्सिंगकर्मियों ने हड़ताल करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि, कुछ दिनों एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी. स्ट्रेचर में देरी होने पर परिजन शव को कंधे पर ले गए थे. प्रशासन की ओर से मामले में मीडिया रिपोर्ट के आधार पर नर्सिंगकर्मी को जिम्मेदार मानते हुए सस्पेंड कर दिया गया. जबकि ऐसा कदम उठाने से पहले प्रशासन को इस मामले की जांच करनी चाहिए थी.
बता दें कि, जिले में कोरोना संक्रमण मामले 2245 हो चुके हैं. बढ़ते कोरोना माहमारी के दौरान नर्सिंगकर्मियों का हड़ताल करना इस मुश्किल को और बढ़ा सकता है. ऐसे में नर्सिंगकर्मियों की ओर से की गई हड़ताल के बाद प्रशासन भी उनसे बात करने में लगा हुआ है. जिससे नर्सिंगकर्मी दोबारा अपने काम पर जा सके.
क्या है पूरा मामला...
जानकारी के अनुसार 21 जुलाई को कुम्हेर तहसील के गांव अघाईया खुर्द निवासी लकवा ग्रस्त मरीज बलवीर सिंह की तबीयत खराब हो गई थी. जिसे लेकर परिजन जिला आरबीएम अस्पताल पहुंचे थे. वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. लेकिन इंतजार करने के बाद जब स्ट्रेचर नहीं मिला तो, परिजन शव को कंधों पर लेकर गए और हंगामा भी किया. जिसका वीडियो वायरल भी हुआ था. इसके बाद प्रशासन ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर नर्सिंगकर्मी को निलंबित कर दिया.