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Special: सोने के भाव पहुंची सरसों, 6300 रुपए प्रति क्विंवटल हुई कीमत

सरसों के भाव आसमान छू रहे हैं. ठीकठाक पैदावार के बाद भी इसकी कीमतों में काफी उछाल देखने को मिल रहा है. मंडी व्यापारियों की माने तो भरतपुर के इतिहास में पहली बार सरसों के दाम 6300 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं. व्यापारियों की माने तो कोरोना काल में घरों में सरसों के तेल के अधिक प्रयोग होने से कीमतों में इजाफा हुआ है.

mastard price is 6300 per Quintal, mustard price hike, सरसों का तेल भी महंगा
भरतपुर में सरसों के दाम में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

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Published : Feb 20, 2021, 7:34 PM IST

भरतपुर.सरसों की कीमतों में साल भर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. मंडी व्यापारियों की माने तो भरतपुर के इतिहास में पहली बार सरसों के भाव 6300 रुपए प्रति क्विंटल के पार गए हैं. हालांकि मंडी में नई सरसों की आवक शुरू होने से बीते दो दिनोें से इसकी कीमत में गिरवट दर्ज की गई है. कोरोना काल में सरसों के तेल की मांग बढ़ने से इसकी कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. इससे व्यापारियों के कारोबार के साथ आम लोगों की जेब पर भी असर पड़ेगा.

भरतपुर में सरसों के दाम में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

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1 साल में 2500 रुपए का उछाल

सरसों मंडी के व्यापारी भूपेंद्र गोयल ने बताया कि बीते वर्ष मार्च में सरसों का भाव 3800 रुपए क्विंटल था. लेकिन इस बार फरवरी में ही भाव 6301 रुपए तक पहुंच गए. इतना ही नहीं इतने ऊंचे भावों में भी व्यापारी को बाजार में सरसों उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

सरसों के दाम आसमान पर

इसलिए बढ़े सरसों के भाव

व्यापारी भूपेंद्र गोयल और नई मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष प्रकाशचंद गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में सरसों के तेल की मांग बढ़ गई. लोगों ने शुद्धता को देखते हुए घरों में सरसों के तेल का इस्तेमाल बढ़ा दिया और रिफाइंड आदि का इस्तेमाल एकदम से कम कर दिया. इसके चलते सरसों के भाव भी तेजी से बढ़ने लगे. हालात ये हैं कि भरतपुर की नई मंडी में सरसों की कीमत 6301 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई.

प्रमुख तथ्यों पर एक नजर

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सरसों का तेल भी महंगा हुआ

कोरोना संक्रमण काल में सरसों के तेल की खपत बढ़ने से तेल भी महंगा हुआ है. 80 से 90 रुपए प्रति लीटर में बिकने वाला सरसों का तेल 140 से 150 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है. इससे महामारी से परेशान आम आदमी की जेब पर भी बोझ बढ़ा है.

सरसों का तेल भी महंगा

सरकारी मूल्य पर बिक्री करने से कतराएगा किसान

व्यापारी भूपेंद्र गोयल ने बताया कि पिछली बार सरसों के सरकारी खरीद का रेट 4400 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया था. इस बार सरकार ने इसे बढ़ाकर 4625 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है. लेकिन किसान को मंडी में सरसों के इससे कहीं अच्छे भाव मिल रहे हैं. ऐसे में वह सरकारी रेट पर सरसों की बिक्री से भी कतराएगा.

व्यापारी भूपेंद्र गोयल ने बताया कि मंडी में सरसों के भाव में लंबे समय से तेजी बनी हुई है. लेकिन बीते 2 दिन से मंडी में नई सरसों की आवक बढ़ी है, जिसके चलते सिर्फ दो ही दिन में सरसों के भाव घटकर 5500 रुपए पर आ गए हैं. कोरोना संक्रमण काल से सरसों के भाव बीते कई महीने से लगातार बढ़ रहे हैं. दाम बढ़ने से सरसों के तेल की कीमतें भी बढ़ी हैं. यही वजह है कि भरतपुर में सरसों अपनी रिकॉर्ड ऊंचाई 6301 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है.

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