भरतपुर.मंडियों में सरसों की आवक (Mustard Seeds in Bharatpur Mandi) बढ़ने और सोयाबीन के भाव बढ़ने की वजह से बीते एक सप्ताह में सरसों तेल की कीमतों में काफी गिरावट आई है. दैनिक कार्य में काम आने वाला सरसों के तेल के थोक भाव में करीब 30 रुपये प्रति लीटर तक कमी आई है. व्यापारियों का मानना है कि सोयाबीन की कीमतें सरसों से काफी अधिक हो गई हैं. उसी का परिणाम है कि इस सरसों का तेल सोयाबीन तेल यानी रिफाइंड से 10 रुपये प्रति लीटर तक कम में मिल रहा है.
1 हजार रुपये प्रति क्विंटल महंगा सोयाबीन : मंडी व्यापारी भूपेंद्र गोयल ने बताया कि बीते दिनों में सोयाबीन की कीमतों में सरसों की तुलना में काफी (Soybean Price Higher Than Mustard in Rajasthan) उछाल आया है. करीब 1 माह पूर्व सरसों सोयाबीन से 1 हजार रुपये प्रति क्विंटल महंगी थी, लेकिन आज की तारीख में सरसों के दाम सोयाबीन से 1 हजार रुपये प्रति क्विंटल कम है. यानी अभी सरसों की नई फसल 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल और सोयाबीन के भाव 7 हजार रुपये प्रति क्विंटल हैं.
एक साल में 30 रुपये तक गिरे दाम : व्यापारी भूपेंद्र गोयल ने बताया कि गत वर्ष सरसों तेल के थोक भाव अधिकतम 180 रुपये प्रति लीटर और रिटेल में 190 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गए थे. लेकिन इस बार सोयाबीन के भाव अधिक होने की वजह से सरसों तेल के दाम थोक में 145 रुपये प्रति लीटर तक गिर गए हैं. यानी पिछले वर्ष के सरसों तेल के थोक भावों से तुलना की जाए तो इस बार गत वर्ष की तुलना में 30 से 35 रुपये प्रति लीटर तक गिरावट आई है. हालांकि, रिटेल में अभी भी दुकानदार सरसों तेल 165 से 170 रुपये लीटर और रिफाइंड 175 रुपये प्रति लीटर तक बेच रहे हैं.