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फोन टैपिंग मामले में बढ़ी सियासी गर्मी, पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट कर किया कटाक्ष

फोन टैपिंग मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है. मामले को लेकर मंगलवार को विधानसभा में सदन की कार्रवाई को भी स्थगित करना पड़ा. मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री और डीग- कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह ने भी ट्वीटर पर ट्वीट करके कटाक्ष किया है. उन्होंने लिखा कि "जब लगा था तीर...इतना दर्द ना हुआ गालिब. जख्म का एहसास तब हुआ, जब कमान देखी अपनों के हाथों में".

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डीग- कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह ने फोन टैपिंग मामले को लेकर किया कटाक्ष

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Published : Mar 16, 2021, 5:50 PM IST

भरतपुर.फोन टैपिंग मामले में राजस्थान सरकार की ओर से स्वीकार किए जाने के बाद सियासी गर्मी तेज हो गई है. पूरे मामले को लेकर जहां मंगलवार को विधानसभा में सदन की कार्रवाई को कई बार स्थगित करना पड़ा. वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री और डीग- कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह ने भी ट्वीटर पर ट्वीट करके कटाक्ष किया है. हालांकि शायराना अंदाज में किए गए ट्वीट में कहीं भी स्पष्ट तौर पर फोन टैपिंग मामले का उल्लेख नहीं किया गया है. लेकिन फिर भी ट्वीट को उसी मामले से जोड़कर देखा जा रहा है.

डीग- कुम्हेर विधायक विश्वेंद्र सिंह ने किया ट्वीट

पूर्व कैबिनेट मंत्री ने किया यह ट्वीट

सोमवार को विधानसभा में राजस्थान सरकार के गृह विभाग की ओर से फोन टैपिंग मामले की बात स्वीकार करने के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री यशवंत सिंह ने अपने ट्वीटर की पोस्ट पर शायराना अंदाज में ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है... जब लगा था तीर...इतना दर्द ना हुआ गालिब. जख्म का एहसास तब हुआ, जब कमान देखी अपनों के हाथों में.

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सरकार ने जारी किए थे ऑडियो टेप

गौरतलब है कि गत वर्ष सचिन पायलट और उनके समर्थक मंत्रियों और विधायकों ने गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत की थी. उस समय अशोक गहलोत समर्थकों की ओर से कुछ ऑडियो टेप जारी कर दावा किया गया था कि उनमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेसी विधायक भंवरलाल शर्मा और तत्कालीन कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह की बातचीत थी. जारी किए गए उस ऑडियो टेप में पैसों के लेनदेन और सरकार को गिराने जैसी बातें थी, जिसके बाद सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था.

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