भरतपुर. प्रदेश में टिड्डियों का अटैक लगातार जारी है. अभी तक टिड्डी दल का आतंक ग्रामीण क्षेत्रों में था, लेकिन मंगलवार को भरतपुर शहर में टिड्डी दल ने प्रवेश किया है. इतनी अधिक संख्या में टिड्डियां थीं, कि पूरा आसमान घिर गया. आसमान में धुआं छाने जैसा मंजर हो गया था. लोगों ने ढोल और बर्तन बजाकर टिड्डियों को भगाने के प्रयास किए.
ये टिड्डी दल उत्तर प्रदेश के आगरा की तरफ से आया है. अभी तक इसका प्रकोप भुसावर और डीग क्षेत्र में अधिक देखने को मिल रहा है, लेकिन जैसे ही इसने शहर के आसमान को घेरा तो प्रशासन की चिंता बढ़ गई. प्रशासनिक अधिकारी शहर में टिड्डियों के प्रभाव का जायजा लेने के लिए निकल पड़े.
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वहीं टिड्डियों के हमले से पहले ही जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने कृषि विभाग को सचेत कर दिया था. जिला कलेक्टर ने निर्देश जारी किए थे कि टिड्डियों के हमले को रोकने के लिए पेड़ों पर दवा का छिड़काव किया जाए. जिसके बाद कृषि विभाग की तरफ से काम शुरू कर दिया गया है. अगर टिड्डी दल भरतपुर जिले में ठहरता है, तो वो किसानों की सारी फसल चट कर जाएगा. किसान पहले से ही ओलावृष्टि और लॉकडाउन की मार को झेल रहे हैं. ऐसे में किसानों के लिए एक नई आफत सामने आ गई है.
जिला प्रशासन कर रहा कार्रवाई
जिला कलेक्टर ने बताया कि टिड्डी दल के बारे मुख्यमंत्री द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही थी, जिसके बाद करीब 1 महीने पहले कृषि विभाग की ओर से तैयारियां करवा दी गईं थीं कि अगर जिले में टिड्डी दल का ठहराव होता है तो क्या कुछ करना होगा. दिन में टिड्डी दल कम बैठता है, इसलिए अभी जिला प्रशासन की ओर से डीजे बजवाए जा रहे हैं. इसके अलावा जो भी उपाय हो सकते हैं, उनको किया जा रहा है.