भरतपुर. गोल्ड मेडलिस्ट कृष्णा नागर से जुड़ी यादों को भरतपुर बैडमिंटन एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अशोक शर्मा ने ईटीवी भारत के साथ साझा किया. उन्होंने बताया कि टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन में स्वर्ण पदक जीतने वाले कृष्णा नागर का भरतपुर से गहरा नाता है.
भरतपुर बैडमिंटन एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि कृष्णा नागर के माता-पिता मूलतः भरतपुर के निवासी हैं और कृष्णा के जन्म से पहले वे जयपुर शिफ्ट हो गए थे. 4 साल पहले जब कृष्णा ने बैडमिंटन की दुनिया में कदम रखा तब वे भरतपुर की टीम की तरफ से जिला स्तरीय खेलों में भाग लेना चाहते थे. भरतपुर जिला बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष अशोक शर्मा ने बताया कि वर्ष 2017 में कृष्णा और उसके माता-पिता एक बार भरतपुर आए थे और उसी समय कृष्णा से मुलाकात हुई थी.
भरतपुर जिला बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष ने बताया - क्या है भरतपुर से कृष्णा नागर का कनेक्शन अशोक शर्मा ने बताया कि उस समय कृष्णा ने भरतपुर की टीम में शामिल होने की इच्छा जताई थी. जयपुर जाने के बाद कृष्णा के पिता सुनील नागर का भी कॉल आया और कृष्णा को भरतपुर से बैडमिंटन खिलाने की बात कही, जिस पर हमने सहमति भी जता दी थी. लेकिन बाद में कृष्णा के पिता सुनील नागर ने कृष्णा का जयपुर के एसएमएस खेल स्टेडियम (SMS Sports Stadium of Jaipur) में प्रवेश दिलाने की बात कही.
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इस पर जयपुर जिला बैडमिंटन संघ के सचिव को कॉल कर के कृष्णा का एडमिशन कराया. उसके बाद कृष्णा नागर ने जमकर मेहनत की और उसे जयपुर बैडमिंटन संघ (Jaipur Badminton Association) की तरफ से भी पूरी सुविधाएं व सहयोग प्रदान किया गया. जिसका परिणाम है कि कृष्णा ने टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड जीतकर ना केवल भरतपुर, राजस्थान का बल्कि भारत का मान बढ़ा दिया.
पिता भी रहे हैं सॉफ्टबॉल के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी
अशोक शर्मा ने बताया कि कृष्णा नगर के पिता सुनील नागर भरतपुर शहर के बासन गेट क्षेत्र में रहे थे. सुनील नागर भी अपने समय में सॉफ्ट बॉल गेम्स (Softball games) में राष्ट्रीय स्तर तक खेल चुके हैं. कृष्णा के जन्म से पहले वो भरतपुर से जयपुर शिफ्ट हो गए. अशोक शर्मा ने बताया कि कृष्णा नागर बचपन से ही बैडमिंटन का शौकीन था. कृष्णा हर वक्त बैडमिंटन साथ रखता और गली के बच्चों के साथ बैडमिंटन खेलता रहता था. कृष्णा की बैडमिंटन में रुचि देखकर उनके पिता ने पहले भरतपुर से फिर जयपुर से बैडमिंटन खिलाने की इच्छा जताई थी.
'माटी' से मिलने आएगा कृष्णा
कृष्णा के पिता सुनील ने बताया कि भरतपुर में उनकी जड़ें हैं. उन्होंने कहा कि बेटे ने भरतपुर और भारत का गौरव बढ़ाया है. टोक्यो में गोल्ड मेडल जीता है तो इस खुशी को साझा करने और अपनी मातृभूमि भरतपुर के लोगों से मिलने के लिए वे कृष्णा के साथ 10 या फिर 12 सितंबर को भरतपुर आएंगे.