भरतपुर: जिले (Bharatpur) के जाने-माने मिठाई व्यवसायी हैं उदय सैनी. जो पत्नी के त्याग की कहानी अपनी जुबानी बताते हैं. दर्द से गुजरे उन सालों को भी जब कई बार हिम्मत ने जवाब दिया लेकिन नीतू के हौसले ने कभी टूटने नहीं दिया. बात करते हैं तो गुजरे दिनों में पहुंच जाते हैं. बताते हैं कि 2018 में कैसे उन्हें अपनी सेहत को लेकर डराने वाली खबर मिली. कितने जतन किए लेकिन बात नहीं बनी तो पत्नी ने करवा माता की भांति ही दान के सूत्र का सहारा लिया.
उदय बताते हैं- जुलाई 2018 में उन्हें किडनी में संक्रमण होने की जानकारी मिली. इसके बाद उन्होंने एलोपैथिक, आयुर्वेदिक कई चिकित्सकों के यहां पर नियमित उपचार लिया. बावजूद इसके हालात किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) तक जा पहुंचे. इससे पूरा परिवार तनाव में आ गया. उदय सिंह ने बताया कि उनका ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव है इसलिए उनको किसी की भी किडनी मैच कर सकती थी. लेकिन फिर भी धर्मपत्नी नीतू सैनी ने ही किडनी डोनेट करने की ठानी और अपनी किडनी डोनेट (Donated Kidney) कर के अपने पति उदय सैनी का जीवन बचाया.
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पैरों तले जमीन खिसक गई
नीतू सैनी ने बताया कि जब उन्हें और परिजनों को चिकित्सकों ने उदय के किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) कराने की बात कही तो पैरों तले जमीन खिसक गई. दिन का सुकून और रात की नींद उड़ गई. हर वक्त पति उदय के स्वस्थ होने की दुआ मांगते रहीं. नीतू ने बताया कि उदय को किसी भी परिजन की किडनी डोनेट की जा सकती थी लेकिन मैं चाहती थी कि मेरे सुहाग को मैं ही किडनी डोनेट करूंगी. सितंबर 2020 में उदय का दिल्ली के अस्पताल में सफल किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) हो गया और वो स्वस्थ होकर घर लौट आये.
चौथ माता से मांगा जीवनभर का साथ