भरतपुर.स्पिक मैके के तहत प्रस्तुति देने भरतपुर आई अंतरराष्ट्रीय कथक डांसर एवं कोरियोग्राफर गौरी दिवाकर ने सरकार से (Kathak Dancer Gauri Diwakar in Bharatpur) शास्त्रीयता को बढ़ावा देने और शास्त्रीय संस्थानों को ग्रांट देने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि वेब सीरीज में फूहड़ता को काफी स्थान दिया जाता है, लेकिन शास्त्रीयता को स्थान नहीं मिलता. इसलिए क्लासिकल आर्टिस्टों पर भी वेब सीरीज तैयार होनी चाहिए, जिससे देश के ज्यादा से ज्यादा यूथ को इससे जोड़ा जा सके.
बॉलीवुड में अच्छी संभावना:कथक नृत्यांगना गौरी दिवाकर ने बताया कि फिल्मों में कथक डांसर के लिए कोरियोग्राफर के तौर पर संभावनाएं काफी अच्छे हैं. क्योंकि बॉलीवुड इंडस्ट्री में अधिकतर कोरियोग्राफर कथक डांसर हैं. ऐसे में कह सकते हैं कि आधार मजबूत हो तो भविष्य भी अच्छा हो सकता है. जिस तरह से बिना राग के कोई गायन नहीं हो सकता, उसी तरह से बिना ताल के कोई डांस नहीं होता है.
युवाओं में कथक का क्रेज:कथक नृत्यांगना गौरी दिवाकर ने बताया कि आजकल युवाओं में कत्थक का अच्छा क्रेज देखने को (Kathak Dance in Bollywood) मिल रहा है. चाहे लखनऊ घराना हो या फिर जयपुर घराना हर जगह कत्थक के स्टूडेंट्स की संख्या काफी अच्छी है. आजकल रियलिटी शो में भी जो डांसर पहुंचते हैं, वो कत्थक की बेसिक शिक्षा लेने के बाद पहुंच रहे हैं. इसलिए युवाओं में शास्त्रीयता के साथ क्लासिकल का आधार मजबूत होना बेहद जरूरी है.