डीग (भरतपुर).गहलोत सरकार ने 20 अगस्त से प्रदेशभर में इंदिरा रसोई की शुरुआत की है. कोई भूखा ना सोए, कोई भूखा ना रहे की तर्ज पर इस योजना को शुरू किया गया है. इंदिरा रसोई राज्य के सभी नगरीय निकायों में खोली जा रही है. जहां सुबह साढ़े 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 5 बजे से 8 बजे तक खाना मिलेगा.
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डीग में पहले दिन 300 थाली भोजन की तैयार की गई. खाने में दाल, सब्जी, अचार और भरपेट रोटी दी गई. नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी मनीष शर्मा ने बताया कि इंदिरा रसोई के अंतर्गत हर दिन सुबह, शाम स्वच्छ व शुद्ध भोजन तैयार किया जाएगा जिसके तहत हर व्यक्ति को आठ रुपये में शुद्ध भोजन मिल सकेगा. पहले दिन 20 लोगों ने इंदिरा रसोई में खाना खाया. इस मौके पर विकास अधिकारी दीपाली शर्मा, उपखंड मजिस्ट्रेट हेमंत कुमार मौजूद रहे.
जैसलमेर में भोजन की गुणवत्ता जांचने के लिए बनाई गई टीम
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 'कोई भूखा ना सोए'स्लोगन के साथ राज्य की 213 नगरीय निकायों में 358 रसोइयों का संचालन किया गया है.इसी कड़ी में जैसलमेर में भी इंदिरा रसोई का शुभारंभ किया गया. जिला मुख्यालय पर जैसलमेर विधायक रुपाराम धनदेव, जिला कलेक्टर आशीष मोदी, नगर परिषद अध्यक्ष हरिवल्लभ कला सहित दूसरे जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने 3 जगह इंदिरा रसोई का शुभारंभ किया. इस दौरान हनुमान चौराहा, रेलवे स्टेशन और एक कच्ची बस्ती में जरूरतमंदों को भोजन भी करवाया गया. कलेक्टर ने कहा है कि भोजन की गुणवत्ता जांचने के लिए एक टीम बनाई गई है जो समय-समय पर इन रसोइयों का निरीक्षण कर गुणवत्ता की जांच करेगी.
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श्रीगंगानगर के सादुलशहर में कांग्रेस विधायक ने किया इंदिरा रसोई का उद्घाटन
पूर्वप्रधानमंत्री राजीव गांधी की 74वीं जयंती पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशभर में इंदिरा रसोई का शुभारंभ किया गया है. मुख्यमंत्री ने वीसी के जरिए इस योजना को लॉन्च किया. सादुलशहर विधानसभा की नवनिर्वाचित नगरपालिका लालगढ़ जाटान में इंदिरा रसोई का उद्घाटन सादुलशहर विधायक जगदीशचंद्र जांगिड़ ने किया. विधायक ने कहा है की प्रदेश में लोगों को किफायती दर पर भोजन देने के लिए सरकार ने इंदिरा रसोई की शुरुआत की है. इंदिरा रसोई का उद्घाटन करने आए विधायक जांगिड़ का मनरेगा मजदूरों व महिलाओं ने जमकर विरोध भी किया. उनका कहना था कि मनरेगा में मजदूरी करके वो अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे लेकिन अब गांव में नगरपालिका बनने के बाद नरेगा मजदूरी बंद हो गयी है.