भरतपुर. सरसों फसल और सरसों तेल उत्पादन में भरतपुर जिला देश का सबसे अग्रणी जिला है. लेकिन बीते कुछ महीनों से तेल मिल व्यापारियों और रिटेल व्यापारियों को सरसों तेल के बहुत कम दाम (Indias cheapest mustard oil in Bharatpur) मिल रहे हैं. कोरोना समय मे जो सरसों तेल रिटेल में 190 रुपए प्रति लीटर तक बिका था वो अब 155 से 160 रुपए प्रति लीटर तक बिक रहा है. सरसों तेल के दाम गिरने की व्यापारियों ने कई वजह बताई हैं. आइए जानते हैं कि इस बार सरसों का तेल इतना सस्ता कैसे हुआ और भरतपुर में सबसे कम दाम होने की क्या वजह है.
30 रुपए तक दाम गिरे- तेल मिल व्यापारी भूपेंद्र गोयल ने बताया कि कोरोना समय में सरसों के तेल की जबरदस्त डिमांड थी. इसके पीछे दो वजह थीं. एक तो सरसों के तेल में मौजूद औषधीय गुण और दूसरा कोरोना समय मे विदेशी तेलों का आयात नहीं हो पाया था. यही वजह थी कि कोरोना समय मे सरसों तेल 190 रुपए प्रति लीटर तक बिका. लेकिन अब विदेशी तेलों का आयात फिर से होने की वजह से सरसों तेल की डिमांड कम हो गई है. जिसकी वजह से सरसों तेल भरतपुर में थोक में 150 से 155 रुपए और रिटेल में 160 से 170 रुपए प्रति लीटर तक बिक रहा है.
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