भरतपुर.कोरोना संक्रमण के चलते लंबे समय तक रहे लॉकडाउन में लोगों की जीवनशैली बदल गई. लंबे समय तक लोगों का घूमना फिरना, एक्सरसाइज करना और जिम जाना बंद हो गया. ऐसे में लोगों का वजन भी बढ़ने लगा, लेकिन बीमारी के इस दौर में अब लोग स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा जागरूक हो गए हैं. यही वजह है कि अब लोगों में खुद को फिट रखने के लिए साइकिल का क्रेज बढ़ने लगा है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में हर व्यवसाय पर नकारात्मक असर दिखा है, लेकिन साइकिल व्यवसाय एक ऐसा व्यवसाय है. जो कि इस दौर में भी अपनी रफ्तार से चल रहा है.
भरतपुर शहर के साइकिल व्यवसायी सुखदेव चौधरी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते दो महीने तक पूरी तरह से लॉकडाउन रहा. उस दौरान साइकिल व्यवसाय भी पूरी तरह से ठप रहा. हालात यह हो गए कि कर्मचारियों के लिए पैसा देना और शोरूम का किराया चुकाना भारी पड़ गया.
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साइकिल व्यवसायी सुखदेव ने बताया कि गर्मियों के मौसम में स्कूल खुलते ही सबसे ज्यादा साइकिल की बिक्री स्कूल स्टूडेंट्स के लिए होती है. लेकिन कोरोना के कारण जहां दो महीने तक बाजार बंद रहे. वहीं सभी स्कूल और महाविद्यालय भी बंद रहे. ऐसे में सबसे बड़ा उपभोक्ता वर्ग साइकिल खरीदने नहीं पहुंच पाया. सिर्फ दो महीने के लॉकडाउन में भरतपुर शहर के साइकिल व्यवसाय को करीब डेढ़ करोड़ का घाटा हुआ.
अनलॉक होते ही दोगुना गति से हुई बिक्री