भरतपुर. बेघर लोगों को सहारा देने और उनकी सेवा के लिए जिलें में डॉ. बीएम भारद्वाज और उनकी पत्नी डॉ. माधुरी भारद्वाज ने मिलकर अपना घर आश्रम की स्थापना की थी. इस आश्रम की स्थापना का मुख्य उद्देश्य गरीबों और लाचारों की सेवा करना है, जिनका उनके अपनों ने साथ छोड़ दिया, या जिनका इस दुनिया में कोई नहीं है. मानसिक रूप से बीमार लोगों की भी सेवा अपना घर आश्रम में की जाती है. ऐसे लोगों को इस आश्रम में लाया जाता है. उनका इलाज किया जाता है, खाना-पीना दिया जाता है और सेवा की जाती है.
केबीसी में भरतपुर में अपना घर आश्रम के संस्थापक डॉ. बीएम भारद्वाज शुक्रवार की रात को सोनी टीवी पर प्रसारित हुए केबीसी प्रोग्राम में अपना घर के संस्थापक बीएम भारद्वाज और उनकी पत्नी माधुरी भारद्वाज अभिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठे और अभिताभ बच्चन की ओर से पूछे गए सवालों के जबाब दिए और 12 लाख 50 हजार रुपए भी जीते. इसके अलावा अभिताभ बच्चन ने भी अपना घर आश्रम की काफी तारीफ की. इस कार्यक्रम को शुक्रवार की रात टीवी पर प्रसारित किया गया. अपने इस कार्यक्रम को टीवी पर प्रसारित होता देख भारद्वाज दंपत्ती काफी खुश नजर आए.
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डॉ. बीएम भारद्वाज ने बताया कि अभिताभ बच्चन ने अपना घर आश्रम के लिए 11 लाख रुपए और 1100 कुर्ते अपनी पसंद के भी भेजे है. अपना घर में बेघर महिलाओं और पुरुषों को आश्रय दिया जाता है, जहां इन्हें ईश्वर का रूप मानकर इनकी सेवा की जाती है. उनको एक परिवार की तरह ही माहौल दिया जाता है. अपना घर आश्रम की पूरे देश में 32 शाखाएं हैं. जिनमें एक शाखा नेपाल में भी है. जिनमें 6000 से ज्यादा लोग रह रहे है.
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जानकारी के मुताबिक अपना घर आश्रम की एक वीडियों केबीसी कमेटी के पास पहंची. फिर केबीसी कमेटी की एक टीम यहां आई और यहां वीडियो शूट किया. बाद में डॉ. बीएम भारद्वाज और उनकी पत्नी को केबीसी के एपिसोड में विगत 11 अक्टूबर को मुंबई बुलाया गया. जहां अभिताभ बच्चन ने भारद्वाज दंपत्ति से सवाल पूछे, जिसका उन्होंने जवाब दिया. लेकिन डॉ. बीएम भारद्वाज ने दिए जाने वाले कर्मवीर का पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया. डॉ. बीएम भारद्वाज का कहना है कि अपनों की सेवा के लिए कोई पुरस्कार नहीं होता है.