भरतपुर.देश में अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस करके बांग्लादेशी नागरिक अलग अलग क्षेत्रों में फैले हुए हैं. ये लोग दलाल के माध्यम से बॉर्डर क्रॉस करते हैं और देश में घुसने के बात चंद रुपयों में ही आधार कार्ड और पैन कार्ड बनवा कर भारतीय बन जाते हैं. मिलिट्री इंटेलिजेंस और खुफिया एजेंसियों ने बीते दिनों कार्रवाई कर भरतपुर के भुसावर क्षेत्र से 8 बांग्लादेशियों को (illegal Bangladeshi migrants In Rajasthan) पकड़ा. प्रारंभिक पूछताछ में बांग्लादेशियों ने भारत में अवैध तरीके से घुसने और कागजात बनवाने के राज उगले.
ऐसे पहुंचते हैं राजस्थान: मिलिट्री इंटेलिजेंस और खुफिया एजेंसियों ने पकड़े गए 8 बांग्लादेशियों में से एक रजाउल खान से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की. उसने बताया कि किन रास्तों से गुजर कर वो राजस्थान पहुंचा. पूछताछ में सामने आया कि ये सभी बांग्लादेशी दलालों के माध्यम से पश्चिम बंगाल के रास्ते अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस कर भारत में घुसे. पश्चिम बंगाल से ट्रेन के माध्यम से कुछ बांग्लादेशी दिल्ली और कुछ आगरा तक पहुंचे. दिल्ली पहुंचे बांग्लादेशी सड़क मार्ग से भरतपुर जिले के मेवात क्षेत्र में प्रवेश कर गए और यहां पर लंबे समय तक क्रेशर पर काम किया. वहीं आगरा पहुंचे बांग्लादेशी भी सड़क मार्ग से भरतपुर, करौली जिलों में फैल गए.
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5 हजार में आधार और पैन कार्ड तैयार: पूछताछ में ही रजाउल ने 5 हजार में नागरिकता (Indian Citizenship in Rs 5 thousand) हासिल करने का राज फाश किया. इससे पता चलता है कि इस गोरखधंधे में एक पूरी टीम लगी हुई है. खान ने बताया कि उसने भुसावर क्षेत्र के बल्लभगढ़ के ई मित्र संचालक दीपक को 5 हजार रुपए दिए. उसने रजाउल से रुपए लेकर फर्जी आधार और पैन कार्ड तैयार कर दिए. मामले में खुफिया एजेंसियां ई मित्र संचालक से भी पूछताछ में जुटी हैं.
ऐसे बनाए फर्जी दस्तावेज: जानकारी के अनुसार ई मित्र संचालक पैसों के लालच में फर्जी दस्तावेज बनाते हैं. असल में ये ई मित्र संचालक आधार कार्ड और पैन कार्ड बनवाने के लिए पहले बांग्लादेशियों के स्थानीय दस्तावेज तैयार करते हैं. इसके लिए ये फोटोशॉप का इस्तेमाल कर स्थानीय फर्जी दस्तावेज बनाते हैं. इन्हीं दस्तावेजों से आवेदन कर फर्जी आधार और पैन कार्ड तैयार करवाते हैं. आधार कार्ड और पैन कार्ड बनने के बाद बांग्लादेशी खुद को काम तलाशने के दौरान भारतीय बताते हैं. जरूरत पड़ने पर अपने फर्जी आधार और पैन कार्ड दिखा देते हैं.
दो माह से तलाश रहीं थीं खुफिया एजेंसी: जानकारी के अनुसार मिलिट्री इंटेलिजेंस और अन्य खुफिया एजेंसी भरतपुर, करौली क्षेत्र में दो माह से अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों को तलाश रही थी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए एक बार तो खुफिया एजेंसी के लोगों को क्रेशर पर जाकर बजरी भी खरीदनी पड़ी. अलग अलग क्रेशरों पर रेकी करने के बाद दो दिन में 8 बांग्लादेशियों (8 illegal Bangladeshi Migrants caught In Rajasthan) को पकड़ा जा सका.