भरतपुर. होली का त्योहार जैसे जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे होली की तैयारियां भी जोर पकड़ रही है. बाजारो में दुकानों पर रंग गुलाल सजने लगे है. व्यापारी दुकानों के बाहर रंगों और पिचकारियों की फड़ सजा रहे है. लेकिन लोग इस बार रंगों से दूरी बनाते भी दिख रहे है. इसका कारण है कोरोना वायरस. जब से इस वायरस का प्रकोप फैला है तब से लोगो ने चाइना के सामानों से दूरी बना ली है.
वहीं भरतपुर में महिला स्वयं सहायता समूह में होली के लिए ऐसे रंग तैयार किये जा रहे है जो सेहत को बिल्कुल नुकसान नहीं पहुचायेंगे. साथ ही और अन्य रंग गुलालों के मुकाबले सस्ते भी रहेंगे. दरअसल शहर के हीरादास चौराहे के पास एक महिला स्वयं सहायता समूह चलाया जा रहा है. जहां पर गाय के गोबर से दिए, घर सजाने की वस्तु, धूप बत्ती इत्यादि चीजे बनाई जा रही है. जो स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए बिल्कुल भी हानिकारक नही है.
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इसके अलावा हरी सब्जियों से होली के लिए स्पेशल रंग और गुलाल तैयार किया जा रहा है. जो केमिकल युक्त गुलाल रंगों से ज्यादा खुशबूदार, सुरक्षित और सस्ते हैं. इन रंगों की डिमांड भरतपुर शहर के अलावा आसपास के शहरों से भी आ रही है. लेकिन हालात ये गई है कि स्वयं सहायता समूह की महिलायें गुलाल और रंगों की डिमांड को पूरा भी नही कर पा रही.