भरतपुर.गुर्जर आरक्षण समेत 6 सूत्रीय मांगों को लेकर 1 नवंबर से कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला धड़ा बयाना क्षेत्र के पीलूकापुरा गांव से आंदोलन पर उतरेगा. आंदोलन को लेकर जहां कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला उनके पुत्र विजय बैंसला ग्रुप के लोगों ने गांव-गांव जाकर समाज के लोगों को आंदोलन में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया, तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस एवं प्रशासन ने भी आंदोलन को देखते हुए अपनी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर ली है. प्रस्तावित गुर्जर आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने बयाना के गुर्जर बहुल क्षेत्र में करीब 2800 पुलिसकर्मियों का जाप्ता तैनात किया है.
गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर प्रशासन की तैयारियां पूरी प्रस्तावित गुर्जर आंदोलन को देखते हुए शनिवार को जिला कलेक्टर नथमल डिडेल और पुलिस आईजी संजीव नार्जरी ने बयाना एवं पीलूकापुरा गांव का दौरा किया. जिला कलेक्टर एवं आईजी संजीव नार्जरी ने पुलिसकर्मियों व अधिकारियों की बैठक बुलाकर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
प्रशासन की तैयारियां पूरी पढ़ें-सरकार अगर समाज की मांगें मान लेती है तो यह जरूरी नहीं है कि आंदोलन हो: कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला
गुर्जर समाज के कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला धड़ा की ओर से शनिवार को पूरे दिन गुर्जर बहुल गांव में जा जाकर आंदोलन में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया. कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के अलावा गुर्जर नेता हिम्मत सिंह पालड़ी एवं 41 सदस्य कमेटी शनिवार को दिनभर जयपुर में सरकार के साथ वार्ता में व्यस्त रहे.
पुलिस प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार गुर्जर आंदोलन को देखते हुए जिले से 1369 पुलिसकर्मी एवं अन्य जिलों से 1335 अतिरिक्त पुलिसकर्मी का जाप्ता बयाना क्षेत्र में तैनात किया है. साथ ही बयाना, डुमरिया, फतेहसिंहपुरा और हिंडौन रेलवे स्टेशन पर 90 आरपीएफ का जाप्ता तैनात किया है.
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जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने कहा कि आंदोलन को लेकर पूरे क्षेत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया है. साथ ही आईजी संजीव नार्जरी के साथ पूरे क्षेत्र का दौरा भी किया है. पूरे जिले में गुर्जर आंदोलन को देखते हुए धारा 144 लागू की गई है. डिडेल ने कहा कि जिले में राज्य सरकार ने रासुका लागू किया है. यह कानून लोगों को डराने के लिए नहीं बल्कि यदि कोई असामाजिक तत्व सरकारी संपदा को नुकसान पहुंचाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए लागू किया गया है.
गुर्जर आंदोलन एक नजर में-
- 2006 में- हिंडौन गुर्जर आंदोलन
- 29 मई 2007- पाटौली (दौसा)
- 23 मई 2008- पीलूकापुरा
- 21 दिसंबर 2010- पीलूकापुरा
- 21 मई 2015- पीलूकापुरा
- 8 फरवरी 2019- मलारना (सवाईमाधोपुर)
गौरतलब है कि गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर समाज का 41 सदस्यीय दल जयपुर में सरकार के साथ दिनभर वार्ता में व्यस्त रहा. जबकि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का धड़ा 1 नवंबर सुबह 10 बजे से पीलूकापुरा से आंदोलन की शुरुआत करने पर अडिग है.