भरतपुर. कोरोना संक्रमण के इस दौर में प्रत्येक क्षेत्र प्रभावित हुआ है. लोग स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा संवेदनशील हुए हैं. इस बार अभिभावक अपने बच्चों को शहर से बाहर निजी कॉलेजों में पढ़ाने के बजाय अपने जिले के ही सरकारी महाविद्यालयों में पढ़ाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. यही वजह है कि इस बार संभाग के सबसे बड़े MSJ कॉलेज में गत वर्ष की तुलना में करीब 35 फीसदी अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं. वहीं, RD गर्ल्स कॉलेज में भी आवेदनों की संख्या बढ़ी है.
इसलिए बढ़ा सरकारी कॉलेजों में रुझान
MSJ कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विवेक शर्मा ने बताया कि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते महाविद्यालयों का सत्र प्रभावित रहा था. अभी भी ऑनलाइन पढ़ाई पर ज्यादा फोकस है. निजी महाविद्यालय में अभिभावकों को मोटी फीस जमा करानी पड़ती है और ऑनलाइन कक्षाओं का भी कुछ फिक्स नहीं है. ऐसे में इस वर्ष विद्यार्थी मोटी फीस जमा करा कर निजी महाविद्यालयों में प्रवेश के बजाय सरकारी महाविद्यालयों में प्रवेश लेना ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
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विवेक शर्मा ने बताया कि इतना ही नहीं संक्रमण के इस दौर में अभिभावकों को अपने बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता भी सता रही है. इसलिए वह अपने बच्चों को अपने घर रखकर पढ़ाना ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उच्च शिक्षा विभाग अपने सभी सरकारी महाविद्यालयों में विषयवार नियमित रूप से ऑनलाइन कक्षाएं भी संचालित कर रहा है, जिससे विद्यार्थियों को घर पर ही सिलेबस की पूरी पढ़ाई आसानी से हो जाती है.
करीब 35 फीसदी अधिक आवेदन
MSJ कॉलेज के नोडल ऑफिसर डॉ. महेश गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष कॉलेज में स्नातक की 3592 सीटों पर प्रवेश के लिए 3684 आवेदन प्राप्त हुए, जबकि इस बार 3592 सीटों पर 4982 आवेदन (करीब 35 फीसदी अधिक) मिले हैं. जिसमें बीए (BA) में 3298, बीकॉम (B.Com) में 189, BSC (गणित) में 1000 और BSC (विज्ञान) में 478 आवेदन प्राप्त हुए हैं.