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घना में पहली बार नजर आई गोल्डेन फ्रंटेड लीफबर्ड, टीवी सीरियल 'सिया के राम' के जनक ने किया कैमरे में कैद

घना में पहली बार गोल्डेन फ्रंटेड लीफबर्ड (Golden fronted leafbird) नजर आई है. ये पक्षी घना में इससे पहले कभी नहीं देखा गया था. पर्यावरविदों की माने तो उत्तर मध्य और दक्षिण भारत में यह पक्षी रेयर श्रेणी में आता है. घना घूमने आए टीवी एक्टर बिजय आनंद ने इस अद्भुत पक्षी को अपने कैमरे में कैद भी किया.

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Published : Feb 19, 2022, 5:43 PM IST

Published : Feb 19, 2022, 5:43 PM IST

Golden fronted leafbird in Keoladeo National Park
घना में गोल्डेन फ्रंटेड लीफबर्ड

भरतपुर.केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में यूं तो सैकड़ों प्रजाति के देशी और विदेशी पक्षी प्रवास करते हैं, लेकिन इस बार घना में एक रेयर बर्ड देखने को मिली है. उद्यान में गोल्डेन फ्रंटेड लीफबर्ड (Golden fronted leafbird in Keoladeo National Park) को कैमरे में कैप्चर किया गया है. खास बात ये है कि इस पक्षी को उद्यान के नेचर गाइड भीम सिंह राणा के साथ विजिट पर आए टीवी सीरियल 'सिया के राम' में जनक की भूमिका निभाने वाले अभिनेता बिजय आनंद के कैमरे में कैद हुई. पर्यावरणविदों की मानें तो यह पक्षी पहली बार घना में देखा गया है और उत्तर मध्य व दक्षिण भारत में रेयर श्रेणी में आता है.

घना भ्रमण पर आए थे अभिनेता बिजय आनंद
उद्यान के नेचर गाइड भीम सिंह राणा ने बताया कि बीते दिनों टीवी सीरियल 'सिया के राम' में जनक की भूमिका निभाने वाले अभिनेता बिजय आनंद घना भ्रमण पर आए थे. तीन दिन के भ्रमण के दौरान ब्लॉक डी में अचानक से गाइड राणा और अभिनेता बिजय आनंद की नजर एक हरे रंग के एक पक्षी पर पड़ी. बिजय आनंद ने तुरंत उसका फोटो क्लिक किया.

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हिमालय में दिखता है यह पक्षी
नेचर गाइड भीम सिंह राणा ने बताया कि पक्षी की बनावट को देखकर पता चला कि यह गोल्डेन फ्रंटेड लीफबर्ड है. यह बर्ड पहली बार केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में देखने को मिली है. उत्तर भारत में हिमालय की पहाड़ियों के अलावा पूरे भारत में यह पक्षी रेयर माना जाता है. गाइड राणा ने इसकी जानकारी उद्यान प्रशासन को भी उपलब्ध कराई है.

क्या है गोल्डेन फ्रण्टेड लीफबर्ड ?
नेचर गाइड भीम सिंह राणा ने बताया कि यह बर्ड गहरे हरे रंग की होता है. इसका सिर गोल्डेन, चोंच और गर्दन काले रंग की होती है. यह बर्ड पेड़ की पत्तियों की तरह गहरे हरे रंग की होने की वजह से वृक्षों में आसानी से छुप जाती है. यह बर्ड फूलों का मकरंद, जामुन, कीड़े खाती है.

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