भरतपुर. गिरफ्तार दुष्कर्म के आरोपी की पहचान 28 वर्षीय मानसिंह के रूप में हुई है, जो उधोग नगर थाना क्षेत्र के गांव जघीना का निवासी है, जो शराब पीने का आदत से मजबूर है. पूरे दिन शराब पीकर इधर उधर घूमता रहता है. जिसने पहले भी गांव में महिलाओं के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया है और कुछ दिन पहले एक पशु के साथ भी दुष्कर्म किया था.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मथुरा का निवासी एक व्यक्ति का ढाई वर्षीय पुत्र जयपुर के SMS अस्पताल में भर्ती है. वह अपनी साढ़े तीन वर्षीय बच्ची को घर छोड़ने के लिए विगत 2 अप्रैल की रात करीब 9 बजे जयपुर से इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन से भरतपुर पहुंचा. लेकिन उस समय मथुरा जाने के लिए कोई साधन नहीं होने के कारण वह अपनी बच्ची को लेकर रात गुजारने के लिए रेलवे स्टेशन पर ही सो गया. सुबह जब व्यक्ति जागा तो उसे अपनी बच्ची कहीं नहीं मिली. जिस पर उसने जीआरपी थाना पुलिस से संपर्क कर बच्ची के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई.
शिकायत मिलने के बाद जीआरपी थाना पुलिस ने लापता बच्ची को ढूंढ़ने का प्रयास किया. कुछ देर में पुलिस को सूचना मिली की रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक बंद पड़ी फैक्ट्री में किसी बच्ची के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनाई दे रही है. जिस पर पुलिस पिता को लेकर मौके पर पहुंची और बच्ची को लहूलुहान हालत में पड़ा पाया. पुलिस ने आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीम गठित की और पीड़ित बालिका द्वारा आरोपी की हुलिया निशान के बाद आरोपी की तलाश शुरू की. आखिर आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की.
साढ़े तीन वर्ष की ऐसी बच्ची जिसे मां-बाप के अलावा अभी इस दुनिया की ज़रा भी जानकारी नहीं है. और ना ही उन हैवानों से वाकिफ है जिसने उसके साथ दुष्कर्म किया. मासूम बच्ची को तो ये तक नहीं पता कि उसके साथ क्या हुआ है. लेकिन अपने साथ घटित हादसे के बाद वह सहमी हुई है और हर इंसान को देखकर डरने लगी है. शुक्रवार को जब पीड़ित बच्ची से बात करने की कोशिश की गई, तो इस दुनिया से बेखबर बच्ची ने अपने टूटे-फूटे शव्दों में बताया की जब वह अपने पिता के साथ सो रही थी तो एक अंकल उसे उठाकर जंगल में ले गया. जहाँ वह रो रही थी तो अंकल ने उसकी पिटाई की और कहा की यदि रोई तो जान से मार दूंगा. बच्ची ने यहाँ तक बताने की कोशिश की कि उस व्यक्ति ने नीला पेंट और चप्पल पहन रखी थी. उसके पिता ने बताया की हादसे के बाद बच्ची सभी को देखकर डरने लगी है.