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सस्ती दरों में ब्याज देने के विज्ञापनों के फेर में फंसा युवक, लग गया 17 हजार का चूना

भरतपुर के बयाना में एक व्यक्ति ऑनलाइन सस्ती दरों पर ब्याज देने वालों के चंगुल में फंस गया. ठगों ने ब्याज अप्रूव करने के नाम पर पीड़ित से अपने खातों में पैसे ट्रांसफर करवाते रहे. जब और पैसे मांगने पर व्यक्ति उधार लेने पार्षद के पास गया तो पार्षद को ऑनलाइन सस्ते ब्याज की बात पर शक हुआ तो पीड़ित ने थाने में अपने साथ हुए फ्रॉड का केस दर्ज करवाया.

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भरतपुर में ऑनलाइन ब्याज के नाम पर ठगी

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Published : Oct 22, 2020, 5:03 PM IST

भरतपुर. जिले में अब सस्ती ब्याज दर पर लोन देने के नाम पर ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. ठगों ने लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए जिले के बयाना कस्बे की कॉलोनियों में दीवारों पर पेम्पलेट लगाकर लोन दिलाने का प्रचार कर रखा है. जिसके झांसे में आने से एक व्यक्ति के साथ 17 हजार की ऑनलाइन ठगी हो गई. पीड़ित ने बयाना थाने में ऑनलाइन ठगी का मामला दर्ज कराया है.

सस्ती ब्याज दरों पर लोन लेने गए युवक के साथ ठगी

बयाना कस्बा की मधुबन कॉलोनी निवासी प्रताप सिंह सैनी ने बताया कि उसकी कॉलोनी में एक मकान की दीवार पर सस्ती ब्याज दर पर होम लोन, पर्सनल लोन, बिजनेस लोन आदि का विज्ञापन लगा हुआ था. प्रताप सिंह सैनी ने सस्ती ब्याज दर में लोन का विज्ञापन देखकर उस पर दिए गए मोबाइल नंबर पर 20 अक्टूबर को संपर्क किया, जिस पर कंपनी की ओर से रमेश नाग नाम के व्यक्ति से बात हुई. उसने रजिस्ट्रेशन के लिए पीड़ित से 3850 रुपए ऑनलाइन अपने खाते में ट्रांसफर करवाए.

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आरोपी रमेश नाग ने शाम को फिर से पीड़ित को फोन किया और 13500 रुपए लोन पास करवाने के लिए फिर से खाते में डालने के लिए कहा, जिस पर प्रार्थी ने फिर से रुपए ऑनलाइन आरोपी के खाते में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर दिए. 21 अक्टूबर को आरोपी ने फिर से पीड़ित को फोन किया और 8687 रुपए फिर से खाते में डालने के लिए कहा. इस बार कृष्णा नाम के किसी दूसरे व्यक्ति ने फोन किया था.

पीड़ित प्रताप सिंह सैनी ने बताया कि ऑनलाइन पैसे डालने के लिए उधार रुपए लेने के लिए वार्ड नंबर 1 के पार्षद दिनेश शर्मा के घर गया. वहां पार्षद को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी, जिस पर पार्षद को शक हुआ. लोन देने वाले के नंबर पर जब पार्षद ने फोन किया तो उसकी बातचीत से उनका शक विश्वास में बदल गया कि वो ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं. वहीं, ठगों ने पीड़ित को अपने झांसे में लेने के लिए स्कैन किए हुए फर्जी स्टांप भी व्हाट्सअप पर भेजे थे.

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