भरतपुर.भाजपा छोड़ चुके पूर्व वित्त और विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा महाराष्ट्र के अकोला के 70 किसानों के साथ गांधी शांति यात्रा के तहत शनिवार शाम को भरतपुर पहुंचे. केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ गांधी शांति यात्रा निकाल रहे पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा ने नागरिक संशोधन कानून (CAA) और NRC को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि यह कानून संविधान के मौलिक ढांचे के खिलाफ है. इस कानून के माध्यम से समाज को धर्म के आधार पर बांटने का प्रयास किया जा रहा है, जो कि गलत है.देशभर में CAA और NRC को लेकर हो रहे जगह-जगह विरोध प्रदर्शनों के बारे में पूर्व मंत्री सिन्हा ने कहा कि जब सरकार ही गलत नीतियों पर चलेगी और दमन की नीति अपनाएगी तो विरोध तो होगा ही.
साथ ही उन्होंने CAA के विरोध की तीन मुख्य वजह गिनाई. इनमें सबसे पहले उन्होंने कहा कि यह कानून हमारे संविधान के मूल ढांचे के खिलाफ है, क्योंकि हमारा संविधान धर्म के आधार पर लोगों के साथ भेदभाव बरतने की इजाजत नहीं देता. दूसरी वजह उन्होंने बताया कि जब पहले से ही देश में नागरिकता देने का कानून है तो इसमें नया कानून लाने की जरूरत ही नहीं थी. तीसरी वजह उन्होंने बताई कि इसमें ऐसी शर्तें रखी गई हैं, जिन को पूरा कर पाना संभव नहीं है.
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साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने यह कानून 10 जनवरी को लागू कर दिया था, लेकिन हकीकत में अभी तक इसके नियम ही नहीं बने हैं. ऐसे में बिना नियमों के कानून लागू करना गलत है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार CAA की आड़ में देश को धार्मिक आधार पर बाटकर चुनावी लाभ उठाना चाहती है. साथ ही आर्थिक और अन्य मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना चाहती है.