राजस्थान

rajasthan

भरतपुर: ट्रैवल हिस्ट्री छुपानी पड़ी महंगी...कोरोना पॉजिटिव मरीज पर FIR दर्ज

By

Published : May 29, 2020, 12:45 PM IST

भरतपुर में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज द्वारा अपनी ट्रैवल हिस्ट्री छुपाना भारी पड़ गया है. दिल्ली से भरतपुर आए एक कोरोना पॉजिटिव मरीज द्वारा अपनी ट्रैवल हिस्ट्री में अपने साथ आए बेटा, पत्नी और साले का बेटा के बारे में जानकारी छुपाई गई थी. इसके बाद जानकारी छुपाने के मामले में उन पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है.

Bharatpur news, FIR lodged against corona positive, corona virus
कोरोना पॉजिटिव मरीज पर FIR दर्ज

भरतपुर. शहर के नमक कटरा क्षेत्र के एक पॉजिटिव मरीज द्वारा अपनी ट्रैवल हिस्ट्री छुपाना भारी पड़ गया है. बुधवार को पॉजिटिव पाए गए दिल्ली से आए एक कोरोना मरीज द्वारा ट्रैवल हिस्ट्री में अपने साथ आए बेटा, पत्नी और साले का बेटा के बारे में जानकारी छुपाई गई थी. बाद में यह सभी लोग जांच में पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसके बाद जानकारी छुपाने वाले मरीज के खिलाफ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई है.

यह भी पढ़ें-मजदूरों को लेकर संवेदनहीन है केंद्र...राजनीतिक द्वेष भुलाकर विपक्ष की बात सुने मोदी सरकारः गहलोत

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कप्तान सिंह ने बताया कि 24 मई को कोरोना मरीज, पत्नी, बेटा और साले का बेटा को लेकर दिल्ली से भरतपुर के नमक कटरा आए थे. आरबीएम जिला अस्पताल पहुंचे पॉजिटिव मरीज ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी है कि वह सीधे दिल्ली से अस्पताल आया है, ससुराल नहीं गया है. साथ ही गाड़ी में साथ आए अन्य परिजनों के बारे में उन्होंने कोई सूचना नहीं दी थी.

बाद में विभाग को जानकारी मिली कि कोरोना मरीज अकेले नहीं, बल्कि परिजनों के साथ भरतपुर आए थे. जिनके बाद में मरीज के परिजनों के सैंपल लिए गए, जिनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई है. ऐसे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना मरीज के खिलाफ राजस्थान एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1957, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एवं राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020 की विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है.

यह भी पढ़ें-वसुंधरा-दुष्यंत लापता पोस्टर सियासत: कांग्रेस ने घेरा तो वसुंधरा के समर्थन में उतरे कटारिया

गौरतलब है कि भरतपुर जिले में अब तक 165 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें से 4 की मौत हो चुकी है और 123 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. इस समय 38 मरीजों का उपचार चल रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details