भरतपुर. जिले में अवाप्त की गयी जमीन पर मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने मंगलवार को नगर सुधार न्यास कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. नारेबाजी करते हुए मुआवजा और अवाप्त भूमि में से 25 प्रतिशत भूमि देने की मांग की.
भरतपुर में किसानों का प्रदर्शन बता दें, यूआईटी के स्कीम सं. 13 बनाने के लिए 14 साल पहले कई गाँव की हजारों बीघा भूमि अवाप्त की थी. इतना समय बीत जाने के बावजूद आज तक ग्रामीणों को मुआवजा नहीं दिया गया है. और ना ही नियम के मुताविक उनको विकसित भूमि में से 25 प्रतिशत भूमि दिया गया है. जिसके लिए ग्रामीण कई वर्षों से मांग कर रहे है. इसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार मुख्यमंत्री को भी शिकायत भेजी है.
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ग्रामीणों का आरोप है की उनकी जमीन यूआईटी ने कई वर्षों पहले अवाप्त की थी मगर उनको आजतक मुआवजा नहीं दिया गया है. जिसके लिए ग्रामीण अबतक इंतजार कर रहे है. वहीं, अधिकारीयों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत के बाद भी उनकी मांग को आज तक पूरा नहीं किया गया है. किसानों का आरोप है की, उनकी कृषि भूमि अवाप्त कर ली गयी है. जिससे किसानों के पास खेती के लिए जमीन नहीं है और ना ही उनको इसका मुआवजा दिया गया है. जिससे किसानों की आर्थिक हालत खराब है. उनके बच्चों की पढाई और उनकी शादी करने में किसानों के समस्या हो रहे है.
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यूआईटी के सचिव दाताराम ने बताया की भूमि आवंटन कमिटी इस पर कार्रवाई कर रही है. जल्दी ही इसका निपटारा कर दिया जायेगा. किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया काफी समय से विचाराधीन है, जिस पर जल्दी विचार किया जायेगा. जिला कलेक्टर से बात कर इसमें कार्रवाई की जाएगी. जिससे किसानों को उनका मुआवजा दिया जाए.