भरतपुर. ऐतिहासिक श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला आयोजित नहीं कराने को लेकर पूर्व राजपरिवार की (Shree Jaswant Exhibition Fair) नाराजगी के बाद अब जिला प्रशासन मेला आयोजित कराएगा. मंगलवार देर शाम को जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने सभी विभागीय अधिकारियों की बैठक करके मेला की तैयारियों के निर्देश दिए. इस बार मेला की व्यवस्था पशुपालन विभाग के बजाय नगर निगम संभालेगा. वहीं लंपी बीमारी के चलते पशु मेला आयोजित नहीं होगा.
जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि लंपी बीमारी के चलते पशुपालन विभाग जिले में गायों के उपचार और बीमारी को नियंत्रित करने में जुटा हुआ है. इसी के चलते श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला में इस बार पशु मेला आयोजित नहीं (No Animal Fair in Bharatpur) किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पशु मेला के अलावा श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला हर वर्ष की तरह इस बार भी ऐतिहासिक स्वरूप में आयोजित किया जाएगा.
जिला प्रशासन ने लगाई श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला पर मुहर पढ़ें. Lumpy disease: शीतला मंदिर में भरा 'लंपी रोग' के लिए मेला, गोवंशों को आपदा से बचाने की मांगी मन्नत
जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि हर वर्ष यह मेला पशुपालन विभाग की ओर से आयोजित किया जाता है. इसके लिए अलग से बजट भी होता है. लेकिन इस बार लंपी बीमारी के चलते मेला आयोजन में नगर निगम महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि इस संबंध में सभी विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा हो गई है और मेले की तैयारी के निर्देश दे दिए गए हैं.
बता दें कि बीते 2 वर्ष से कोरोना संक्रमण के चलते श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला आयोजित (Venue of Shree Jaswant Exhibition Fair) नहीं हो रहा है. इस बार श्री जसवंत प्रदर्शनी मेला स्थल की जमीन वेटरनरी महाविद्यालय को देने और लंपी बीमारी के चलते मेला आयोजन को लेकर पशु पालन विभाग ने हाथ पीछे खींच लिए. इस बात को लेकर कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह भरतपुर ने सोमवार को खासी नाराजगी जताते हुए आंदोलन की चेतावनी भी दे दी थी.