धौलपुर.दिल्ली में गत दिनों वकीलों और पुलिस के बीच हुई घटना का विरोध में जिले में भी देखने को मिला. धौलपुर अदालत में सोमवार को अभिभाषक संघ के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में सभी वकीलों ने घटना की निंदा की. साथ ही अदालत परिसर में दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. वहीं दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ अदालती कामकाज का भी बहिष्कार भी किया गया.
धौलपुर प्रदर्शन वकीलों का प्रदर्शन वकीलों ने किया कार्य बहिष्कार
अभिभाषक संघ के जिला अध्यक्ष राजवीर सिंह हसेलिया ने बताया 2 नवंबर 2019 को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों के साथ पुलिस के बीच जो घटना हुई, वह निंदनीय है. पार्किंग के विवाद को लेकर घटना ने बड़ा रूप लिया था. जिसमें पुलिस ने वकीलों के साथ बर्बरता की. इस घटना के विरोध में धौलपुर जिले के सभी मजिस्ट्रेट कार्यालय और अदालत के वकीलों ने कार्य बहिष्कार किया. कार्य बहिष्कार कर वकीलों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अदालत परिसर में ही प्रदर्शन किया.
पढ़ें: बात अमीर और गरीब की नहीं, सुविधाओं की है भाजपा ने टोल मुक्त कर जो सुविधा दी, उसे कांग्रेस ने छीन लिया : मंत्री शेखावत
भरतपुर में निर्देश के अनुसार तैयार की जाएगी रणनीति
दिल्ली में पुलिस और वकीलों के बीच हुए घमासान के बाद जिले के वकीलों में भी काफी रोष है, जिसके चलते सोमवार को कामा बार एसोसिएशन ने एक दिन का कार्य बहिष्कार किया. इस दौरान बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष शैवाल शर्मा ने दिल्ली तीस हजारी कोर्ट में अधिवक्ताओं पर हुए हमले निंदा की और राजस्थान बार काउंसलिंग के आवाहन पर न्यायालयों में एक दिन का कार्य बहिष्कार किया.
भरतपुर वकीलों का प्रदर्शन वहीं कार्य बहिष्कार के बाद एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें वरिष्ठ अधिवक्ता शरीफ खान ने कहा कि दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में पुलिस ने अधिवक्ताओं पर जो हमला किया है. उसकी कामां बार एसोसिएशन पूरी तरह से निंदा करता है और राजस्थान बार काउंसलिंग के निर्देश के अनुसार आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.