भरतपुर. संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में तैनात चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही किस कदर हावी है, इसका पता तब चला, जब अस्पताल में भर्ती एक डेंगू पीड़ित मरीज को हार्ट अटैक को रोकने वाला इंजेक्शन लगा दिए जाने का मामला सामने आया. मरीज को दूसरा इंजेक्शन लगाने के बाद उसकी हालत तुरंत गंभीर हो गई और उसे देख परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया. बाद में चिकित्सा कर्मियों ने तुरंत मरीज की हालत को काबू में लाने के लिए उसका उपचार शुरू किया.
दरअसल, एक वार्ड में डेंगू पीड़ित मरीज था और उसके पास ही दूसरे बैड पर हार्ट अटैक से पीड़ित मरीज था. जहां चिकित्सा कर्मी हार्ट अटैक के मरीज को इंजेक्शन लगाने आया था. मगर उसने वह इंजेक्शन डेंगू पीड़ित मरीज को लगा दिया. जिसके बाद मरीज की तबीयत खराब हो गई और अस्पताल के चिकित्सा कर्मियों के हाथ पैर फूल गए. वहीं इस लापरवाही को लेकर मरीज के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया.