भरतपुर.राज्य और केंद्र सरकार प्रदेश के किसानों के लिए तमाम लाभकारी योजनाएं लेकर आती है. लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि आज भी किसानों का कुछ वर्ग चाह कर भी इन योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहा है. सोलर पंप, ग्रीनहाउस और बागबानी योजनाओं का जिले का सामान्य किसान तो लाभ ले रहा है, लेकिन दलित वर्ग का किसान जानकारी और भूमि के अभाव में इन योजनाओं से आज भी कोसों दूर है. उद्यान विभाग के बीते वर्ष की योजनाओं के आंकड़ों पर नजर डालें, तो ये चौंकाने वाला तथ्य सामने आया.
सोलर पंप योजना में 50 में से 7 को लाभ:उद्यान विभाग के सहायक निदेशक जनकराज मीणा ने बताया कि (Dalit Farmers deprived from benefits in Rajasthan) वर्ष 2021-22 में जिले में सोलर पंप के लिए कुल 234 का लक्ष्य रखा गया था. इनमें सामान्य किसान 180, एससी के 50 और एसटी श्रेणी के 4 किसानों को लाभान्वित करने का लक्ष्य था. वर्ष के अंत तक सामान्य श्रेणी के सभी 180 किसान और एसटी श्रेणी के सभी 4 किसानों तक तो योजना का लाभ पहुंचा, लेकिन एससी श्रेणी के 50 किसानों में से सिर्फ 7 किसान ही इस योजना का लाभ ले पाए.
ग्रीन हाउस से एक भी दलित लाभान्वित नहीं:मीणा ने बताया कि वर्ष 2021-22 मई में सामान्य श्रेणी में 12,000 वर्ग मीटर और एससी श्रेणी में 4,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में ग्रीन हाउस लगवाने थे. योजना के नियम के तहत 2 हेक्टेयर से अधिक भूमि वाले किसान को सामान्य श्रेणी में रखा गया है. सामान्य श्रेणी के किसान को सोलर पंप पर 50% का अनुदान दिया जाता है. इसी तरह से योजना का लाभ लेने के लिए लघु सीमांत, एससी और एसटी श्रेणी के किसान के पास कम से कम एक से 2 हेक्टेयर भूमि होना जरूरी है. इस श्रेणी के किसान को 70% अनुदान दिया जाता है. लेकिन बीते वर्ष जिले में सामान्य श्रेणी में 4,000 वर्ग मीटर में एक ग्रीन हाउस लगाया गया और 6000 वर्ग मीटर क्षेत्र में ग्रीनहाउस लगाने की प्रक्रिया चल रही है. पर एससी श्रेणी का एक भी किसान इस योजना का लाभ नहीं ले पाया.