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भरतपुर: जेलकर्मियों के खिलाफ बंदी ने दर्ज कराया अवैध वसूली और मारपीट का मामला

भरतपुर के सेवर केंद्रीय कारागृह में बंद रहे एक बंदी ने जेलकर्मियों पर अवैध वसूली और मारपीट का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है. बंदी का आरोप है कि दो जेलकर्मियों ने उससे ना केवल 1500 रुपए लिए. बल्कि उसका एटीएम कार्ड भी अपने पास रख लिया.

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जेलकर्मियों के खिलाफ अवैध वसूली और मारपीट का मामला दर्ज

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Published : Sep 16, 2020, 4:51 PM IST

भरतपुर.सेवर केंद्रीय कारागृह और महिला जेल में बंद रहे एक बंदी ने दो जेलकर्मियों के खिलाफ अवैध वसूली और मारपीट का मामला दर्ज कराया है. बयाना क्षेत्र के गांव समोगर निवासी पीड़ित पुरुषोत्तम ने रिपोर्ट में लिखा है कि जेल में बंद रहने के दौरान दोनों जेलकर्मियों ने उससे ना केवल 1500 रुपए लिए. बल्कि उसका एटीएम कार्ड भी अपने पास रख लिया. इतना ही नहीं, पीड़ित पुरुषोत्तम ने जेलकर्मियों पर परिजनों से 20 हजार रुपए का हड़पने का आरोप भी लगाया है.

जेलकर्मियों के खिलाफ अवैध वसूली और मारपीट का मामला दर्ज

गांव समोगर निवासी पीड़ित पुरुषोत्तम ने बयाना थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में लिखा है कि राजकार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था और 12 जुलाई को कोरोना नेगेटिव आने पर उसे सेवर केंद्रीय कारागृह से महिला जेल में शिफ्ट कर दिया. पुरुषोत्तम ने रिपोर्ट में लिखा है कि महिला जेल प्रभारी भंवर सिंह कानावत ने एवं जेलकर्मी विदेश कुमार ने एक दिन पीड़ित के जेब से एटीएम कार्ड और 1500 रुपए जबरन निकाल कर अपने पास रख लिए.

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वहीं, 21 जुलाई को भंवर सिंह कानावत और विदेश कुमार ने पीड़ित पुरुषोत्तम से एटीएम का पिन कोड पूछा और कहा कि 30 हजार रुपए निकालने हैं. प्रार्थी ने पिन कोड बताने से मना कर दिया तो भंवर सिंह ने पीड़ित के पैर पर लाठी मारी जिससे उसका पैर टूट गया. पीड़ित ने रिपोर्ट में लिखा है कि जेलकर्मियों ने उसके परिजनों से 20 हजार रुपए भी हड़प लिए.

पीड़ित पुरुषोत्तम ने रिपोर्ट में लिखा है कि सेवर जेल के कई अधिकारी एवं अधीनस्थ कर्मचारी सेवा शुल्क लेकर अपराधियों तक अवैध सामग्री पहुंचाते हैं, जिसके सहयोग से जेल में बंद अपराधी जेल से ही अपराध को संचालित वह नियोजित करते हैं. गौरतलब है कि हाल ही में पुलिस एवं जिला प्रशासन की ओर से जेल में किए गए तीन बार के औचक निरीक्षण में भी यह बात सामने आ चुकी है कि जेलकर्मी पैसा लेकर अपराधियों तक मोबाइल और नशीली सामग्री तक उपलब्ध कराते हैं, जिसके बाद भरतपुर पुलिस अधीक्षक ने जेल डीजी को कुछ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र भी लिखा है.

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