भरतपुर. जिले में हर साल करीब 5 लाख मीट्रिक टन सरसों तेल का उत्पादन होता है. इतना ही नहीं यहां का सरसों तेल देश के करीब-करीब प्रत्येक राज्य में सप्लाई किया जाता है. ईटीवी भारत ने व्यवसायियों से मिलकर भरतपुर में तेल उत्पादन के कई पहलुओं पर बात की. देखिये ये खास रिपोर्ट...
सरसों तेल उत्पादन में भरतपुर देश में अव्वल मस्टर्ड ऑयल प्रोड्यूसर ऑफ इंडिया के सदस्य राधेश्याम गोयल ने बताया कि आजादी के बाद से ही भरतपुर के सरसों के तेल की खास पहचान थी. जिसके चलते की मांग बढ़ने लगी. आज से करीब 50 वर्ष पहले भरतपुर जिले में सरसों तेल उत्पादन की सिर्फ 10 मिलें थीं. आज पूरे जिले में 100 से 125 मिलें संचालित हो रही हैं.
सरसों तेल उत्पादन में भरतपुर देश में अग्रणी प्रदेश का 33% तेल उत्पादन अकेले भरतपुर में
व्यापारी राधेश्याम गोयल ने बताया कि प्रदेश में हर वर्ष करीब 15 लाख मीट्रिक टन तेल उत्पादन होता है. जिसमें से अकेले भरतपुर जिले में 5 लाख मीट्रिक टन (33%) तेल उत्पादन हो जाता है. जबकि पूरे देश में हर वर्ष करीब 80 लाख मीट्रिक टन सरसों तेल उत्पादन होता है, जिसका सबसे बड़ा उत्पादन भरतपुर जिले में होता है.
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भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवाई माधोपुर जिलों में सरसों की उपज भी अच्छी होती है. यही वजह है कि सरसों की गुणवत्ता को और बेहतर करने एवं नई-नई किस्में विकसित करने के लिए केंद्र सरकार ने भरतपुर में सरसों अनुसंधान निदेशालय भी स्थापित किया हुआ है.
भरतपुर में सरसों अनुसंधान निदेशालय बिहार, बंगाल और उड़ीसा तक सप्लाई
नई सरसों मंडी के व्यापारी भूपेंद्र गोयल ने बताया कि भरतपुर के तेल की उच्च गुणवत्ता के चलते देश के करीब-करीब प्रत्येक राज्य में यहां के तेल की सप्लाई होती है. यहां के तेल की सर्वाधिक सप्लाई बिहार, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, दिल्ली आदि जगह पर होती है.
सरसों की पैदावार में भी भरतपुर जिला अग्रणी है हर दिन 15 हजार को रोजगार
जिले में करीब 100 से 125 तेल मिल संचालित हो रही हैं. इनमें तेल पिराई, पैकिंग और सप्लाई आदि के लिए क्षेत्र के लोगों को रोजगार पर रखा जाता है. इससे क्षेत्र के करीब 15 हजार लोगों को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मिल जाता है.
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सरसों तेल उत्पादन - तथ्य
- देश में हर वर्ष सरसों तेल उत्पादन करीब 80 लाख मीट्रिक टन
- प्रदेश में सरसों तेल उत्पादन 15 लाख मीट्रिक टन
- भरतपुर में हर वर्ष सरसों तेल उत्पादन 5 लाख मीट्रिक टन
- भरतपुर जिले में 100- 125 तेल मिलें
- हर दिन 4000 मीट्रिक टन सरसों की पिराई
यहां होता है हर साल 5 लाख मीट्रिक टन सरसों तेल उत्पादन
गौरतलब है कि भरतपुर जिले की जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों के चलते यहां सरसों की बंपर पैदावार होती है. यही वजह है कि यहां हर वर्ष करीब 12 लाख मीट्रिक टन तक सरसों की पैदावार हो जाती है.