भरतपुर. अत्याधुनिक कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी और तमाम सुविधाओं से युक्त स्कूल में अब गरीब बच्चे भी बेहतर शिक्षा हासिल कर सकेंगे. वो भी पूरी तरह निशुल्क. जी हां, असहाय लोगों और निरीह जीवों की सेवा करने वाले अपना घर आश्रम की ओर से अब गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा (Apna Ghar Ashram will give free education ) दी जाएगी. इसके लिए अपना घर आश्रम ने उच्च प्राथमिक स्कूल तैयार करवा दिया है. जल्द ही इस स्कूल में अपना घर के बच्चों के साथ ही गरीब बच्चों के प्रवेश की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी. स्कूल का विधिवत शुभारंभ रविवार को होगा.
संस्थापक डॉ बी एम भारद्वाज ने बताया कि अपना घर आश्रम के बाहर भी काफी संख्या में ऐसे बच्चे होते हैं जो गरीबी के चलते गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते. आश्रम की ओर से ऐसे बच्चों को ध्यान में रखकर 2 एकड़ जमीन में करीब ढाई करोड़ की लागत से उच्च प्राथमिक विद्यालय का निर्माण कराया गया है. 2 एकड़ में से 21 हजार वर्ग फ़ीट में भवन का निर्माण कराया गया है, बाकी परिसर बच्चों के खेलने आदि के लिए खुला रखा गया है. स्कूल निर्माण में अपना घर आश्रम की 41 समितियों का विशेष सहयोग रहा है.
अपना घर आश्रम के संस्थापक डॉ बी एम भारद्वाज सुविधाओं के साथ संस्कार: डॉ. बी एम भारद्वाज ने बताया कि स्कूल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए प्रत्येक शैक्षणिक सुविधा उपलब्ध कराई गई है. इसके लिए कंप्यूटर लैब में 12 कंप्यूटर एप्पल कंपनी के लगवाए जाएंगे, जो कि उपलब्ध हो चुके हैं. साथ ही पूरे स्कूल में करीब 18 लाख का फर्नीचर तैयार करवाया गया है. इतना ही नहीं इस स्कूल में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही बेहतर संस्कार भी देने का प्रयास किया जाएगा.
ऐसे संचालित होगा स्कूल: डॉक्टर भारद्वाज ने बताया कि स्कूल में आठवीं कक्षा तक की शिक्षा दी जाएगी. प्रत्येक क्लास रूम में अधिकतम 24 बच्चों को बैठाने की व्यवस्था की जाएगी. पूरे विद्यालय में 16 हॉल तैयार किए गए हैं, जबकि तीन एक्टिविटी रूम पर एक बड़ा हॉल का निर्माण कार्य चल रहा है. बच्चों को पढ़ाने के लिए 11 शिक्षक उपलब्ध रहेंगे. डॉक्टर भारद्वाज ने बताया कि स्कूल में बहुत सारे सेवा साथियों के बच्चों को भी नि:शुल्क शिक्षा दी जाएगी. सेवा साथियों का आश्रम आने का समय सुबह 7 बजे का है. लेकिन स्कूल सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक संचालित होगा. ऐसे में सेवा साथी अपने बच्चों को सुबह 7 बजे ही स्कूल लेकर पहुंच जाएंगे. स्कूल शुरू होने से पहले सुबह 7 बजे से 8 बजे के दौरान स्कूल के शिक्षक ही बच्चों का ख्याल रखेंगे. उसके बाद शाम को 4 बजे से 6 बजे तक बच्चों का स्कूल में ही होमवर्क कराया जाएगा. जब सेवा साथी घर लौटेंगे तो बच्चों को साथ लेकर जाएंगे.
अपना घर आश्रम में आवासित 135 बच्चे: डॉ. बी एम भारद्वाज ने बताया कि इस स्कूल में अपना घर आश्रम में आवासित 135 बच्चे भी नियमित अध्ययन करेंगे. हालांकि इन बच्चों की स्कूल में कक्षाएं शुरू करा दी गई हैं. ये वो बच्चे हैं जो अपना घर आश्रम में या तो लावारिस स्थिति में पहुंचे थे या फिर आश्रम में ही निवासरत, लावारिस, असहाय महिलाओं ने जन्म दिया था.