भरतपुर.विश्वेन्द्र सिंह के सुपुत्र अनिरुद्ध सिंह ने ट्वीट कर बाघों के प्रति फिक्र जाहिर की है. सारा मामला बाघ टी-113 की शिफ्टिंग (Tiger T 113 Shifting) से जुड़ा है. उन्होंने प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर प्रहार किया है और खुले शब्दों में निंदा की है.उन्होंने इस रिजर्व को बर्बाद करने की तोहमत सरकार पर लगाई है.
अनिरुद्ध सिंह का ट्वीट: अनिरुद्ध सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि रणथंभौर से एक और टाइगर को सरिस्का शिफ्ट करने की खबर से मन आहत है. सरिस्का टाइगर रिजर्व में एसटी-13 समेत कई बाघ अभी तक खोए हुए हैं. ऊपर से एक और टाइगर को वहां भेजा है. राज्य सरकार के इस निर्णय की मैं कड़ी निंदा करता हूं.
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सुरक्षित नहीं सरिस्का:मंत्री पुत्र की सुरक्षा का मुद्दा उठाया है. अपने ट्वीट में लिखा है कि सरिस्का टाइगर रिजर्व बाघों के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित जगह नहीं है.जिस टाइगर रिजर्व ने देश और दुनिया में अपनी और राजस्थान की पहचान बनाई, आखिर उसे बर्बाद करके राजस्थान सरकार को क्या मिलेगा. वहीं अनिरुद्ध सिंह के ट्वीट पर कई लोगों ने समर्थन जताया है.
रणथंभौर पर सवाल क्यों?: गौरतलब है कि वर्ष 2004 में सरिस्का टाइगर रिजर्व में शिकार के चलते बाघ पूरी तरह से खत्म हो गए थे. इसके बाद वर्ष 2008 से लगातार सरिस्का में रणथंभौर टाइगर रिजर्व से बाघ शिफ्ट किए जा रहे हैं लेकिन इनमें से बीते दिनों एसटी- 13 बाघ लापता हो गया. कई अन्य बाघ भी लापता बताए जा रहे हैं.इस दौरान रणथंभौर से टी-113 (अब एसटी-29) बाघ की शिफ्टिंग पर अनिरुद्ध सिंह ने नाराजगी जताई है.
सीसीएफ को निलंबित करने की मांग:उधर रणथंभौर टाइगर रिजर्व से बाघ को शिफ्ट करने को लेकर सवाईमाधोपुर विधायक दानिश अबरार भी विरोध में उतर आए हैं. विधायक अबरार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर सीसीएफ सेठूराम यादव को निशाने पर लिया है. कहा है कि यादव ने गलत जानकारी दी इसलिए उन्हें निलंबित करने की मांग भी उठाई है. उन्होंने पत्र में बताया कि सीसीएफ यादव ने पूछने पर साफ इंकार कर दिया कि रणथंभौर से कोई टाइगर शिफ्ट नहीं किया जा रहा है लेकिन जब मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर से बात की तो उन्होंने हकीकत बताई.