भरतपुर. जिला संभाग मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर नगर कस्बा के पास स्थित गांव नगला राम रतन निवासी बाएं हाथ का तेज गेंदबाज आकाश सिंह बुधवार को भारत की ओर से अंडर-19 वर्ल्ड कप खेल रहा है. बहुत ही सामान्य परिवार का आकाश आज जिले के प्रत्येक क्रिकेट खिलाड़ी के लिए आदर्श बन गया है.
सालों पहले गांव से सिर्फ आकाश सिंह ही एकमात्र ऐसा खिलाड़ी था जो गांव से बाहर जाकर क्रिकेट खेलता था. लेकिन आज उसी आकाश की वजह से ना केवल गांव के करीब 15 लड़के क्रिकेट की प्रेक्टिस करते हैं बल्कि उनके घरवाले भी उन्हें पूरा सपोर्ट कर रहे हैं. आज ना केवल नगला रामरतन के लड़के बल्कि जिले के क्रिकेट खेलने वाले प्रत्येक लड़के की जुबान पर आकाश सिंह बनने की इच्छा है.
पढ़ें-शादी का न्योता देने गए चाचा-भतीजा लापता, पुलिस कर रही तलाश
ईटीवी भारत की टीम ने आकाश सिंह के गांव पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की. साथ ही आकाश सिंह जिस एकेडमी में प्रैक्टिस करता था वहां भी उसके साथ खेले हुए लड़कों से मिलकर उनकी इच्छा जानी.
यूं तय किया गांव से विश्व कप तक का सफर
नगर कस्बा के पास स्थित नगला रामरतन निवासी आकाश सिंह के बड़े भाई लाखन सिंह ने बताया कि बचपन में आकाश उनके साथ क्रिकेट खेलने जाया करता था. गांव में होने वाली क्रिकेट ट्रॉफी के मैच में आकाश उनके साथ ही खेलता था और धीरे-धीरे क्रिकेट उसका जुनून बन गया. आकाश का पढ़ाई में मन बहुत कम लगता था. ऐसे में क्रिकेट में उसका इंटरेस्ट देखकर उसका प्रवेश बीकानेर के सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल में करा दिया. जहां पढ़ाई के साथ ही उसने क्रिकेट की प्रैक्टिस भी की.
उसके बाद भरतपुर और फिर जयपुर में क्रिकेट एकेडमी में उसकी प्रैक्टिस कराई. अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेल रहे तेज गेंदबाज आकाश सिंह के भाई ने कहा कि उसे आकाश का भाई होने पर गर्व है. आकाश सिंह के विश्व कप में खेलने से घर, गांव और साथी खिलाड़ियों में खुशी का माहौल है. आकाश के पिता किसान और माता ग्रहणी है. परिवार में बड़े भाई के साथ ही दो बहने भी हैं.