भरतपुर.कृषि कानूनों के विरोध में देश के किसान लंबे समय से गाजीपुर बॉर्डर और अन्य क्षेत्रों में आंदोलन कर रहे हैं. किसान नेता राकेश टिकैत की अगुवाई में यह आंदोलन लंबे समय से चल रहा है. हाल ही में तीन दिन पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने भरतपुर की न्यू पुष्प वाटिका कॉलोनी निवासी 8 साल के बालक अंगद सिंह को गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन का 1 दिन का प्रवक्ता बनाया था.
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किसान आंदोलन के बारे में जानकारी, बेबाक बातचीत और वैचारिक समृद्धता ने अंगद को रातोंरात 'लिटिल फार्मर लीडर' के रूप में पहचान दिला दी. भरतपुर लौटने पर अंगद ने कहा कि आंदोलन के दौरान 500 किसान शहीद हो गए, लेकिन केंद्र सरकार ने शोक व्यक्त भी नहीं किया. ट्विटर पर ट्वीट कर के भी शोक जता सकते थे लेकिन नहीं किया.
अंगद सिंह ने केंद्र सरकार को लेकर कहा कि आज भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे दिलों में है, लेकिन उन्होंने कृषि कानून गलत बना दिए हैं. मोदी जी यदि काले कानून वापस ले लें और एमएसपी की गारंटी दे दें तो आगे भी हम मोदी को वोट दे सकते हैं.
उत्तर प्रदेश में भी करेंगे आंदोलन
अंगद ने कहा कि हमने पश्चिम बंगाल में भाजपा के खिलाफ विरोध किया और किसानों की जीत हुई. उत्तर प्रदेश में भाजपा का विरोध करेंगे और किसानों को वहां भी जीत मिलेगी. अंगद ने देश के किसानों से कृषि बिल पढ़ने और उसे समझने की अपील की है.