भरतपुर. जिले के मथुरा बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों को मथुरा पुलिस की ओर से रोकने के बाद रविवार को मथुरा और भरतपुर जिले की पुलिस आमने सामने हो गई, लेकिन रविवार सुबह दोनों जिलों के पुलिस अधिकारियों की ओर से बातचीत के समय नोकझोक भी हो गई. वहीं, मथुरा पुलिस के अधिकारियों के अनुसार उनके दो सब इंस्पेकटर को चोटें आई हैं.
दरअसल, बिहार और झारखंड के रहने वाले कुछ मजदूर जोधपुर में मजदूरी किया करते थे और लॉकडाउन के बाद खाने पीने की समस्या आई तो वह अपने घरों की तरफ पलायन करने लगे. करीब 350 से ज्यादा मजदूरों ने जोधपुर से भरतपुर बॉर्डर तक का सफर 15 दिनों में पूरा कर लिया, लेकिन जैसे ही उन्होंने मथुरा जिले में एंट्री करनी चाही तो मथुरा पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया और जिले में घुसने की अनुमति नहीं दी. जिसके बाद से वे सब मजदूर शनिवार से बॉर्डर पर ही रहने को मजबूर हैं.
ऐसे में उनके खाने पीने के बंदोबस्त भरतपुर प्रशासन की तरफ से करवाया जा रहा है. और बॉर्डर के पास रारह गांव के स्कूल में सभी प्रवासी मजदूरों के रहने की व्यवस्था की गई है, लेकिन अब ग्रामीणों को महामारी का डर सता रहा है.