भरतपुर. राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में वैट दरों में वृद्धि के विरोध में शनिवार को जिले के 171 पेट्रोल पंप बंद रहे. पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल के चलते जिलेभर में वाहन चालक परेशान नजर आए. पेट्रोल खत्म होने के चलते भरतपुर शहर की सड़कों पर कोई पैदल अपनी बाइक खींचता हुआ दिखाई दिया, तो कोई ऑटो को खींचता हुआ नजर आया.
पेट्रोल पंप संचालकों ने चेतावनी दी है कि यदि राज्य सरकार ने उनकी मांग पूरी नहीं की तो 25 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी. पेट्रोल पंप संचालकों की ओर से की गई 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल के चलते जिले भर में करीब 3.68 करोड रुपए की पेट्रोल- डीजल बिक्री प्रभावित होने की संभावना है.
ऐसे बढ़ा प्रदेश में वैट
राजस्थान पेट्रोल डीलर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार ने बताया कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार के गठन के समय राजस्थान में पेट्रोल पर 26% वैट और डीजल पर 18% वैट था, लेकिन राज्य सरकार ने खजाना खाली होने की बात बोल बोल कर प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ा दिया. अब हालात यह है कि प्रदेश में डीजल पर 10% वैट बढ़ाकर 28% और पेट्रोल पर 12% वैट बढ़ाकर 38% कर दिया.
सत्येंद्र कुमार ने बताया कि राजस्थान में वैट दरें अधिक होने की वजह से सीमावर्ती राज्यों की तुलना में यहां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 5 से 10 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो गई, जिसका सीधा असर उपभोक्ता और पेट्रोल पंप संचालकों पर पड़ रहा है. सरकार को भी राजस्व हानि हो रही है। सत्येंद्र कुमार ने कहा कि हमारी राज्य सरकार से मांग है कि वैट दरों को कम किया जाए, जिससे कि राज्य सरकार को अधिक राजस्व की आए हो, आम व्यक्ति के जेब पर कम भार पड़े और पेट्रोल पंप संचालकों की भी अच्छी आमदनी हो सके.
25 अप्रेल से अनिश्चित हड़ताल