अलवर.शहर के वार्ड नंबर 10 के गालिब सैयद जी का मोहल्ला, मीणा पाड़ा और वार्ड नंबर 4 से सांवरिया जी की गली में पिछले दो साल से ज्यादा समय से महिलाएं पानी की समस्या से जूझ रही है. तीन-चार वार्ड से मंगलवार को बड़ी संख्या में महिलाएं जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंची और अतिरिक्त जिला कलेक्टर से पानी की समस्या की हल करने की मांग की. लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी में किसी भी प्रकार का कोई काम धंधा नहीं है और इस समय टैंकरों की ओर से या दूरदराज से पानी लाया जा रहा है.
वार्ड की महिलाओं ने बताया कि पिछले साल भर से पानी बिल्कुल नहीं आ रहा और 6 महीने से वह रोज जलदाय विभाग के वो कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा रही है. लेकिन कोई सुनवाई आज तक नहीं हुई. अधिकारी सिर्फ केवल आश्वासन देते हैं. लेकिन पानी नहीं देते.
अलवर में पानी की समस्या को लेकर महिला पहुंची कलेक्ट्रेट महिलाओं ने बताया कि साल भर से उनकी स्थिति ये है कि 7-8 घर की महिलाएं मिलकर पानी का टैंकर मंगवाती है और उससे एक एक ड्रम पानी बांटती है. इस तरह इनका गुजारा चल रहा है. इसके अलावा पहले महिलाएं दूसरे वार्ड से से पानी लेकर आती थी. लेकिन अब दूसरे वार्ड वालों ने भी पानी देने से साफ इनकार कर दिया.
महिलाओं ने बताया कि उनको आज भी पानी का आश्वासन दिया गया है. लेकिन अगर कल तक पानी नहीं आया तो कल फिर जलदाय विभाग आएंगे और हंगामा करेंगे. महिलाओं ने कहा कि यदि फिर भी जलदाय विभाग ने नहीं सुना तो दोबारा कलेक्टर के यहां जाएंगी और अपनी बात उनके सामने रखेंगे.
उन्होंने कहा कि एक तरफ बीमारी फैल रही है और दूसरी तरफ पानी तक नसीब नहीं हो रहा है. जबकि सरकार और चिकित्सा विभाग यह कह रहा है कि बार-बार हाथ धोएं और बाजार होकर आए तो नहाए लेकिन जब पानी नहीं मिलता तो वह क्या करें. पानी की समस्या को लेकर वह बहुत दुखी हैं और अगर अब भी उनका पानी नहीं मिला तो इस बार रोड जाम करेंगे. जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा.
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वहीं अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामचरण शर्मा ने कहा कि कुछ वार्डों की महिलाएं पानी की समस्या को लेकर आई है. उनकी समस्या का समाधान करने के लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों से बात की है और उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि वो तुरंत मौके पर जाएं और पानी किस लिए नहीं आ रहा है उस समस्या का समाधान करें. यदि बोरिंग में पानी नहीं है तो दूसरी बोरिंग के लिए बताएं. उन्होंने कहा कि यदि फरवरी माह में ही पानी की समस्या है तो जून में तो बुरी हालत हो जाएगी. इसलिए पानी की समस्या का समाधान करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा.