अलवर. शहर के थानागाजी के बाद एक बार फिर से तिजारा क्षेत्र में महिला के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. आरोपियों ने रेप करते समय महिला का अश्लील वीडियो बनाया और उसके सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इतना ही नहीं महिला अपने भांजे के साथ जा रही थी. बदमाशों ने भांजे से भी महिला का रेप कराने का प्रयास किया. इस घटना ने एक बार फिर से अलवर को शर्मसार किया है और साबित कर दिया है कि अलवर में महिलाएं सुरक्षित नहीं है.
अलवर क्राइम के लिए पूरे देश में बदनाम है. अकेले अलवर जिले में हर साल रेप के 17000 से अधिक मामले दर्ज होते हैं. जबकि पूरे राजस्थान में 18 से 20 हजार एफआईआर दर्ज होती है. ऐसे में साफ है कि पूरे राजस्थान के मुकाबले अकेले अलवर में क्राइम का ग्राफ बढ़ रहा है.
बता दें कि शहर के थानागाजी में मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया था. पति-पत्नी को बंधक बनाकर युवकों ने पति के सामने महिला से रेप किया और उसका अश्लील वीडियो बनाया. बाद में उस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल करने के नाम पर महिला और उसके पति को धमकाया भी गया.
इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में प्रदेश सरकार की तरफ से कई नए कानून बनाए गए. अलवर के हालात को देखते हुए अलवर में 2 एसपी तैनात किए गए. पुलिस के लिहाज से अलवर को दो हिस्से में बांटते हुए भिवाड़ी अलग मुख्यालय बनाया. लेकिन उसके बाद भी अलवर में महिलाओं के साथ होने वाली घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है.
पुलिस के आंकड़ों पर नजर डालें अगस्त माह तक अलवर जिले में करीब 15 हजार से अधिक एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं. पुलिस के अनुसार बनाए गए अलवर जिले में अगस्त माह तक 141 महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं. वहीं महिलाओं से जुड़े मामलों में 805 एफआईआर दर्ज हुई हैं. जबकि भिवाड़ी जिले में बलात्कार के 124 मामले दर्ज हुए. महिला प्रताड़ना 261 मामले दर्ज हुए और दहेज हत्या के 27 मामले सामने आए हैं. सभी मामलों में पुलिस जांच पड़ताल कर रही है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है.
पुलिस के तमाम दावों के बाद भी अलवर में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. हर गली मोहल्ले में महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ होता है. वहीं पुलिस एफआईआर दर्ज करने में भी समय लगाती है. सरकार द्वारा नियम बनाने के बाद भी महिलाएं और उनके परिजन आए दिन न्याय के लिए पुलिस थानों और एसपी ऑफिस में भटकते हैं.