अलवर. जिले में डेहरा गांव के पास नंगलीमुंशी गांव में ग्रामीणों ने एक संदिग्ध को पकड़ कर पेड़ से बांध दिया और जमकर धुनाई कर दी. बाद में इस शख्स को पुलिस के हवाले कर दिया गया. बताया जा रहा है कि युवक बांग्लादेश है और देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल है. अब इस बारे में सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क किया गया है.
अलवर जिला देश-विरोधी गतिविधियों का गढ़ बनता जा रहा है. हाल ही 7 जुलाई को अलवर के तिजारा में एसओजी टीम ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल एक युवक को गिरफ्तार किया था. दो माह बाद अब अलवर के डेहरा गांव के पास नंगलीमुंशी गांव में यह संदिग्ध पकड़ा गया है.
रोहिंग्या होने का शक
डेहरा गांव के पास नगलामुंशी गांव के लोगों ने गुरुवार देर इस सन्दिग्ध युवक को पकड़ा था. ग्रामीणों ने युवक को रस्सी से पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई कर दी. शुक्रवार सुबह युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि युवक से पूछताछ की गई है लेकिन वह कुछ नहीं बोल रहा है. युवक अपने चार साथियों के साथ इलाके में घूम रहा था. इस दौरान ग्रामीणों ने उनमें से एक को पकड़ लिया. जबकि 3 लोग मौके से फरार हो गए. संदिग्ध बांग्लादेशी या रोहिंग्या (Rohingya) लग रहा है. युवक के कपड़े फटे हुए हैं.
कथित बांग्लादेशी पकड़ा, ग्रामीणों ने पेड़ से बांधकर पीटा, पुलिस के हवाले किया गिरफ्तार युवक ने नहीं खोला मुंह
सदर थाने के डहरा गांव की घटना में घायल युवक को सदर थाना पुलिस ने अपने हिरासत में लिया है. पुलिस ने कहा कि देखने से युवक बांग्लादेशी लग रहा है. लोगों का कहना कि यह है रोहिंग्या या बांग्लादेशी हो सकता है. पुलिस पूछताछ में अभी तक आरोपी ने मुंह नहीं खोला है. पुलिस ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों से भी संपर्क किया है.
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चोरी के मामले से जोड़ रही पुलिस
अलवर पुलिस (Alwar Police) पकड़े गए युवक को चोरी के मामलों से जोड़कर देख रही है. विजय मंदिर चौकी इंचार्ज ने बताया कि बीते दिनों में इस क्षेत्र में चार से पांच चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं. पकड़ा गया युवक अपने चार साथियों के साथ चोरी की फिराक में घूम रहा था. ग्रामीणों ने एक को पकड़ लिया. जबकि 3 लोग मौके से फरार हो गए. हालांकि अभी तक पूछताछ में युवक से कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिली है.
दिल्ली-यूपी से नजदीकी के कारण अपराध
अलवर राजस्थान का सीमावर्ती जिला है. एक तरफ हरियाणा तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश से जिले की सीमा लगती है. अलवर से दिल्ली (Delhi) में है 140 किलोमीटर दूर है. ऐसे में दिल्ली हरियाणा (Haryana) उत्तर प्रदेश (uttar pradesh) आना-जाना अलवर से आसान रहता है. 30 से 40 मिनट के अंदर अलवर से दिल्ली हरियाणा में उत्तर प्रदेश की सीमा में आसानी से प्रवेश किया जा सकता है. इसलिए अलवर को शुरुआत से ही देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के लिए सुरक्षित स्थान माना जाता रहा है.
17 जुलाई को गिरफ्तार हुआ था असरूद्दीन
अलवर में यह पहला मामला नहीं है, जब संदिग्ध को पुलिस ने पकड़ा गया हो. इससे पहले 17 जुलाई को असरूदीन को गिरफ्तार किया था. यह देश विरोधी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था. यह व्यक्ति टेलीग्राम ग्रुप पर 'इस्लामिक मीडिया' (Islamic media) नाम से ग्रुप बनाकर युवाओं को उससे जोड़ रहा था और आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहा था. इसके अलावा मेवात में कई बार पुलिस ने संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है. जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. अलवर का मेवात इलाका अपराध के लिए बदनाम है. देश विरोधी लोगों की शरण स्थली भी मेवात इलाका बन गया है.