अलवर. जिले की मत्स्य विश्वविद्यालय लेटलतीफी और आए दिन होने वाली गड़बड़ियों को लेकर हमेशा विवादों में रहती है. ऐसे में हाल ही में सरकार की ओर से विश्वविद्यालय में स्थाई तौर पर कुलपति की नियुक्ति की गई है. कुलपति जेपी यादव ने कहा, कि अलवर विश्वविद्यालय आने वाले सालों में अन्य विश्वविद्यालय से बेहतर होगा.
कुलपति जेपी यादव की ईटीवी भारत से विशेष बातचीत राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय किराए के भवन में संचालित होती है. इस विश्वविद्यालय का सेशन राजस्थान के अन्य विश्वविद्यालयों से लेट चलता है और देरी से परीक्षा होती है. इसलिए यहां पढ़ने वाले छात्रों को अन्य जगहों पर प्रवेश नहीं मिल पाता है. इसके अलावा रिजल्ट में गड़बड़ी और परीक्षाओं में गड़बड़ी सहित आए दिन विश्वविद्यालय में नए मामले सामने आते हैं. हर साल विश्वविद्यालय की वेबसाइट हैक होती है.
पढ़ें-विधानसभा में गूंजा बाल श्रम और मानव तस्करी का मामला, श्रम मंत्री ने जताई यह मजबूरी!
बता दें, कि विश्वविद्यालय में लंबे समय से कुलपति का पद खाली था. ऐसे में भरतपुर की बृज विश्वविद्यालय के कुलपति को अलवर विश्वविद्यालय का चार्ज दे रखा था. लेकिन सरकार पर दवाब बनने के बाद अलवर में स्थाई रूप से जेपी यादव को कुलपति के रूप में तैनात किया गया.
कुलपति जेपी यादव ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा, कि जो विश्वविद्यालय में गड़बड़ी है, उनको सुधारा जा रहा है. इसके अलावा समय पर परीक्षा हो और निर्धारित समय पर अन्य विश्वविद्यालयों की तरह प्रवेश परीक्षा हो इसका पूरा ध्यान रखते हुए योजनाबद्ध तरह से काम किया जाएगा.
पढ़ें-हाल-ए-अस्पताल : PHC के भवन में चल रहा खटकड़ CHC.. वक्त पर 'डॉक्टर' भी नहीं मिलते 'साहब'
जेपी यादव ने कहा कि अलवर विश्वविद्यालय में कई कमियां है. यहां पर ट्रेंड स्टाफ नहीं है और विश्वविद्यालय भवन में जगह की खासी कमी है. इसलिए परीक्षा परिणाम देरी से आता है और प्रवेश प्रक्रिया भी देरी से शुरू होती है. उन्होंने कहा कि सब व्यवस्थाओं को ठीक करते हुए आने वाले साल में समय पर टाइम टेबल के हिसाब से प्रवेश प्रक्रिया होगी और समय पर परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा. जिससे छात्रों के भविष्य के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ नहीं हो सके.
कुलपति ने कहा, कि इस प्रकिया के तहत छात्र अन्य विश्वविद्यालय में भी प्रवेश ले सकेंगे. जेपी यादव ने कहा कि हल्देनिया में विश्वविद्यालय के निर्माणाधीन भवन को जल्द शुरू कर दिया जाएगा. शुरुआत में उस भवन को स्टोर के रूप में काम में लिया जाएगा. अभी विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कई भवनों को किराए पर लिया गया है. उन सभी भवनों को खाली करते हुए नए भवन में सभी सामान रखा जाएगा, जिससे विश्वविद्यालय पर किराए का भार नहीं पड़ेगा. उसके बाद प्रशासनिक भवन को भी नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा, कि आने वाले समय में अलवर विश्वविद्यालय अन्य विश्वविद्यालय से बेहतर होगा.