अलवर. जिले में बढ़ती साइबर ठगी के मामलों से निपटने के लिए मंगलवार को अन्वेषण भवन में पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान बैंक अधिकारियों के द्वारा पुलिस के थाना अधिकारी उपनिरीक्षक और सहायक उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारियों को साइबर ठगी रोकने और साइबर ठगी होने के बाद आरोपियों तक कैसे पहुंचा जा सकता है, इसके बारे में पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया.
साइबर क्राइम पर लगाम लगाने को लेकर बैठक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमन मीणा ने बताया कि निजी बैंक की तरफ से साइबर ठगी, बैंकिंग फ्रॉड और एटीएम फ्रॉड से संबंधित क्राइम को रोकने के लिए बैठक करने का सुझाव आया था. उसके बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा मंगलवार को 2 घंटे की पुलिस अन्वेषण भवन में बैठक का आयोजन किया गया.
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इसमें एक निजी बैंक द्वारा पुलिसकर्मियों को साइबर सिक्योरिटी की ट्रेनिंग के लिए सभी थाने के थानाधिकारियों, उपनिरीक्षक और सहायक उपनिरीक्षकों को ट्रेनिंग दी गई. साथ ही पुलिस अन्वेषण भवन में आयोजित इस प्रशिक्षण में कुख्यात साइबर ठगी के बारे में बताया गया. आगामी दिनों में भी पुलिस के सभी जांच अधिकारियों को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी.
बैंक में पैसे जमा करवाने आए शिक्षक की जेब से उड़ाए 1 लाख 50 हजार रुपये, पूरी वारदात CCTV में कैद
अलवर के किशनगढ़बास में एक शिक्षक की जेब से एक नाबालिग लड़के ने एक लाख पचास हजार रुपए निकाल लिए. यह वारदात तब घटित हुई जब शिक्षक पैसे जमा करवान के लिए बैंक की लाइन में खड़ा था. यह सारी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.