अलवर.बिजली चोरी आजकल बहुत आम हो चुकी है. बिजली के लंबे चौड़े बिल से बचने के लिए हर तबके के लोग बिजली चोरी कर रहे हैं. बिजली विभाग चोरी पकड़ने के जितने तरीके ढूंढ़ता है, लोग उतने ही नए तरीके चोरी करने के ढूंढ लेते हैं. अलवर में भी लोगों ने बिजली चोरी का ऐसा जुगाड़ अपनाया है, जिससे बिजली विभाग के अधिकारी भी अचंभित है. देखें ये खास रिपोर्ट...
अलवर में लोग नए अंदाज में बिजली चोरी कर रहे हैं. यहां सिंगल फेस विद्युत सप्लाई को विशेष तरह के उपकरण से 3 फेस में कन्वर्ट किया जा रहा है. इससे उपभोक्ता को तो फायदा होता है, लेकिन बिजली विभाग को खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है. अलवर में बिजली चोरी के इस तरह के 60 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. प्रदेश में अलवर एकमात्र ऐसा जिला है, जहां लोग इस अंदाज में बिजली चोरी कर रहे हैं.
सिंगल फेस से 3 फेस का कनवर्टर...
अलवर में बिजली विभाग के 8 लाख कनेक्शन है, जिनको प्रतिदिन लाखों यूनिट बिजली सप्लाई की जाती है. ग्रामीण क्षेत्र में रात के समय थ्री फेस की लाइट सप्लाई होती है. जबकि, दिन के समय सिंगल फेस विद्युत सप्लाई की जाती है. ग्रामीण एरिया में किसान के खेत की मोटर, घर का ट्यूबवेल अन्य कार्य थ्री फेस से होते हैं. ग्रामीण क्षेत्र में 3 फेस बिजली सप्लाई रात के समय होती है. ऐसे में दिन के समय किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इन सबके बीच अलवर में बिजली चोरी का एक नया ट्रेंड सामने आया है. अलवर में एक विशेष तरह के ट्रांसफार्मर को बनाकर सिंगल फेस की बिजली सप्लाई को 3 फेस में कन्वर्ट किया जा रहा है. अब तक विद्युत विभाग की जांच टीम के सामने 60 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं.
अब तक 60 मामले आए सामने...
विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वैसे तो पूरे जिले में इस तरह के ट्रांसफर पर घर-घर में लग रहे हैं. लेकिन, अभी तक की जांच पड़ताल के दौरान अलवर के किशनगढ़ बास, खैरथल, रामगढ़ सहित मेवात क्षेत्र में इस तरह के ट्रांसफार्मर ज्यादा मिल रहे हैं. लोग खुलेआम इनको अपने घरों में लगाते हैं. बाजार में ट्रांसफार्मर 30 से 50 हजार रुपए में मिलता है. साथ ही, दिन के समय भी पानी की मोटर, दूध से घी निकालने की मशीन सहित अन्य कई कार्य किए जाते हैं. बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अलवर राजस्थान का एकमात्र ऐसा जिला है. जहां एक विशेष तरह के हाथ से बने ट्रांसफार्मर को लगाकर बिजली चोरी होती है. लगातार इसका चलन बढ़ रहा है. लेकिन, इस ट्रांसफार्मर ने बिजली विभाग की परेशानी बढ़ा दी है. बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लगातार इस संबंध में जान पड़ताल की जा रही है. जुगाड़ ट्रांसफार्मर से बिजली चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है. अब तक 60 लोगों के खिलाफ विद्युत विभाग के थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई हैं, जिसमें जांच पड़ताल चल रही है.