अलवर. कोरोना काल के बाद दिवाली से पहले बाजार में रौनक नजर आई है. दूसरी तरफ सेल्स टैक्स विभाग अलवर में सक्रिय है. विभाग की तरफ से लगातार सर्वे में छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है. सेल्स टैक्स विभाग की टीम ने अलवर से खैरथल स्थित एक फर्म पर सर्वे की कार्रवाई शुरू की है.
सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारियों ने फर्म के बिल, स्टॉक, कंप्यूटर, लैपटॉप की जांच की. इसके अलावा कर्म संचालक को जरूरी दस्तावेज देने के निर्देश दिए गए हैं. सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अचानक स्क्रूटनी के दौरान फर्म का नाम आया. ऐसे में सर्वे की कार्रवाई शुरू की गई है. इस दौरान फर्म की आए सेल सहित सभी दस्तावेज चेक किए जाएंगे. उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
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बता दें कि अलवर का सेल्स टैक्स विभाग राज्य सरकार को करीब 150 करोड़ रुपए का राजस्व देता है. कोरोना काल के दौरान सेल्स टैक्स विभाग के टैक्स में कमी आई थी. करीब 6 माह तक प्रतिमाह 80 से 100 करोड़ रुपए का टैक्स जमा हुआ. लेकिन अब फिर से टैक्स में बढ़ोतरी होने लगी है. अक्टूबर माह में सेल्स टैक्स विभाग को एक तो 125.31 करोड़ का राजस्व मिला है. साल 2019 में सेल्स टैक्स विभाग को करीब 115.19 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था.
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हालांकि बीते साल की तुलना में बढ़े हुए टेक्स्ट के अनुसार राजस्व में करीब 34 रहा है. लेकिन बीते माह की तुलना में राजस्व बड़ा है. सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लगातार राजस्व में बढ़ोतरी हो रही है. इसका सीधा फायदा सरकार को मिल रहा है. अलवर जिले में 42 हजार फर्म रजिस्टर्ड हैं. जो हर माह सेल्स टैक्स के रूप में टैक्स जमा कराती हैं.