अलवर. जिले में लोन देने और नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग में चार महिलाएं व दो पुरुष शामिल हैं. चारों महिलाएं फोन करके लोगों को अपनी बातों में फंसाती थी. उसके बाद विभिन्न कार्यों के लिए लोगों से पहले उनके दस्तावेज मंगाती. साथ ही फीस व चार्ज के नाम पर बैंक खाते में पैसे डलवाकर ठगी की वारतादों को अंजाम देती थी. ये पूरा खेल दिल्ली से चल रहा था. अलवर पुलिस ने दिल्ली में कार्रवाई करते हुए इस गैंग को गिरफ्तार किया है.
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अलवर के रहने वाले दिनेश जसोरिया ने शहर कोतवाली पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 3 मार्च को उसके पास एक फोन आया. फोन करने वाली महिला ने कहा कि वो बजाज फाइनेंस कंपनी से बोल रही है. 10 लाख रुपये का लोन देने की एवज में दिनेश से कुछ दस्तावेज मंगवाए. उसके बाद 27 हजार 500 रुपये की एक आरटीजीएस कराने के लिए कहा. दिनेश उनकी बातों में आ गया और उसने पुणे की किसी बैंक के खाते में आरटीजीएस करा दी. उसके बाद कुछ दिनों तक लोन की राशि नहीं मिलने पर दिनेश ने लोगों से संपर्क किया. इस दौरान कोई संपर्क नहीं होने पर उसने मामले की लिखित शिकायत पुलिस को दी. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की.
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कोतवाली थाना पुलिस और अलवर पुलिस की स्पेशल टीम ने कार्रवाई करते हुए दिल्ली में जयप्रकाश, रॉकी, चांदनी, लक्ष्मी हिना व शिल्पी को गिरफ्तार किया है. इन लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस ने कहा कि अभी तक यह लोग कई लोगों को ठग चुके हैं. इसके बारे में पूछताछ जारी है. पुलिस ने इनके पास से कंप्यूटर, प्रिंटर व कुछ फोन बरामद किए हैं. पुलिस टीम लगातार इनकी जांच पड़ताल कर रही है. पुलिस ने कहा कि कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. ये गैंग लंबे समय से ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहा था.