अलवर. शहर के श्री अयोध्या धाम आश्रम में काम करने वाले सेवक की हत्या की सनसनीखेज वारदात सामनने आई है. आश्रम के महंत 105 वर्षीय पुरुषोत्तम महाराज के शिष्य आशु शुक्ला के सिर पर किसी ने हथौड़े से वार करके मौत के घाट उतार दिया. शुक्रवार सुबह आश्रम में गायों का दूध निकालने के लिए पहुंचे एक शख्स ने आश्रम में जब खून फैला देखा, तो मामले की जानकारी पुलिस को दी.
दरअसल, अलवर-जयपुर सड़क मार्ग पर श्री अयोध्या धाम आश्रम है. आश्रम में 105 वर्षीय महंत पुरुषोत्तम महाराज और उनके शिष्य आशु शुक्ला रहते हैं. आश्रम में कामकाज करने का काम आशु शुक्ला का था. साधु पुरुषोत्तम को आंखों से दिखाई नहीं देता है. आश्रम में आने वाले लोगों का मानना है कि महंत खासे ज्ञानी हैं. उनको रामायण-महाभारत के सभी श्लोक में मुंह जबानी याद हैं. हर शनिवार को यहां सुंदरकांड रामायण होती है.
शव के पास मिला हथौड़ा
शुक्रवार सुबह आशु शुक्ला अपने पलंग पर लहूलुहान पड़े हुए थे. जहां आश्रम में गायों का दूध निकालने के लिए पहुंचे व्यक्ति ने सेवक की लाश देखी, तो मामले की जानकारी पुलिस को दी. अरावली विहार थाना पुलिस कुछ देर में मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल शुरू की. आशु शुक्ला के शव के पास एक हथौड़ा मिला है, जिस पर खून के निशान हैं. वहीं आशु के चेहरे और सिर पर गंभीर चोट के भी निशान मिले हैं. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है.
दूसरी तरफ महंत पुरुषोत्तम की आंखों में हत्यारों ने लाल मिर्च पानी में घोलकर डाल दी थी, इसलिए महंत तड़प रहे थे. पुलिस ने उनको राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं.
यह भी पढ़ें :अजमेरः पुलिस ने सट्टे की खाईवाली करते हुए 2 लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि डॉग स्क्वायड टीम साक्ष्य जुटाने की कोशिश कर रही है. आश्रम में आने-जाने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है. देर रात बुजुर्ग साधु और उसके शिष्य आश्रम में सो रहे थे. इसी दौरान किसी ने साधु की आंखों में मिर्च पानी में घोलकर डाल दी, जबकि शिष्य आशु शुक्ला के सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी. मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम जुटा रही सबूत
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस की एफएसएल टीम और डॉग स्क्वायड टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी. घटनास्थल पर मिले सामान से हत्यारों के फिंगरप्रिंट लिए गए हैं. इसके अलावा आश्रम के अन्य सामानों से हत्यारों के सबूत जुटाए जा रहे हैं.